Thursday, May 15, 2025
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महोत्सव में फ़िल्म निर्माण की विधाओं से कराया परिचय

अवधनामा संवाददाता

-एमरेन फाउंडेशन द्वारा दो दिवसीय फि‍ल्मी महोत्सव का आयोजन शुरू
-कई सत्रों में फ़िल्म विशेषज्ञों ने एंटरटेनमेंट की विधाओं से कराया परिचय  
-छात्रों को पटकथा लेखन और ओटीटी प्लेमटफॉर्म की बारीकियां बताई गईं 
फि‍ल्म जगत में प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे यूपी के छात्र : जयवीर सिंह
प्रतिभावान युवा मंच पर बिखेरें हुनर : जितिन प्रसाद
हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं : रीता बहुगुणा जोशी
लखनऊ। छात्रों को मीडिया और मनोरजंन उद्योग की विभिन्न रचनात्मक विधाओं से रूबरू कराने के मकसद से राजधानी में गुरुवार (4 नवबंर,2022) को दो दिवसीय लखनऊ फि‍ल्म महोत्संव का शुभारंभ हुआ। एमरेन फाउंडेशन की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लखनऊ फि‍ल्म महोत्सव (एलएफएफ) का आयोजन किया जा रहा है। फि‍ल्म  महोत्सव का उद्घाटन पर्यटन और संस्कृति मंत्री, उप्र  जयवीर सिंह ने किया। मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ. रीता बहुगुणा जोशी (सांसद, प्रयागराज) भी मौजूद थीं।
समारोह के मुख्य अतिथि‍ एवं लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद  ने कला जगत के क्षेत्र में योगदान देने के लिए एमरेन फाउंडेशन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
पर्यटन और संस्कृति मंत्री उप्र, जयवीर सिंह ने कहा कि यूपी में मनोरजंन उद्योग में रोजगार की अपार संभावनाएं पनप रही हैं।
पर्यटन और संस्कृति मंत्री, उप्र जयवीर सिंह ने कहा कि यूपी में मनोरजंन उद्योग में रोजगार की अपार संभावनाएं पनप रही हैं। एमरेन फाउंडेशन की ओर से किए गए ऐसे आयोजन छात्रों की प्रतिभा संवारने में मदद करते हैं। साथ ही उन्हें  रोजगारपरक शिक्षा की ओर भी अग्रसर कराते हैं। उन्होंने आशा जताई कि फि‍ल्मी दुनिया में भी प्रदेश के प्रतिभाशाली युवा अपनी धाक जमाएंगे।
 निश्चित तौर पर इससे प्रदेश के छात्र ग्लैेमर की दुनिया में रोजगार पाने के काबिल बन सकेंगे। उन्हों ने आशा जताई कि फि‍ल्मी दुनिया में भी प्रदेश के युवा अपनी विशिष्ट पहचान बनाएंगे।
उद्घाटन भाषण में एमरेन फाउंडेशन की अध्यक्ष  रेणुका टंडन ने कहा- “कार्यक्रम के आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को ऐसे व्यााख्यातनों और चर्चाओं में शामिल कराना है जिससे यूपी में फिल्म निर्माण में उपलब्धत रोजगार और जरूरी टैलेंट के बीच की खाई को पाटा जा सके।
हमारे प्रदेश और लखनऊ का टैलेंट देश और विदेश में मनोरंजन संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। वहीं, फिल्म प्रोडक्शंन के मामले में लखनऊ समेत पूरा उत्तर प्रदेश फि‍ल्म् निर्माताओं की पसंदीदा जगह में शुमार हो चुका है। रेणुका ने उम्मी्द जताई कि फि‍ल्म उद्योग से होने वाली राजस्व से उत्तर प्रदेश आर्थिक विकास के क्षेत्र में भी लंबी छलांग लगाएगा।
जितिन प्रसाद ने छात्रों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि वक्त  आ गया है कि हमारे प्रदेश की युवा प्रतिभाएं मंच पर आकर हुनर बिखेरें। उत्तर प्रदेश में बेशुमार टैलेंट हैं। उन्हें  चाहिए कि वे आगे आकर सभी के आकर्षण का केंद्र बने।
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा- मुझे उम्मीद है कि आप सभी छात्र होने वाले व्याख्यानों में विशेष रुचि लेंगे। फि‍ल्मी मेंकिग की बात करें तो यह कठिन कार्य है। अभिनय के अलावा आप इसकी अन्य  विधाओं में भी पारंगत हो सकते हैं। हमारे देश में टैलेंट की कोई कमी नहीं है। देश में 18 सौ से अधिक फि‍ल्में बन रही हैं। हिन्दीे फि‍ल्म  उद्योग के साथ दक्षिण भारतीय फि‍ल्मे उद्योग भी फल-फूल रहा है।
समारोह में लघु फिल्म “आजादी की अमृत कहानियां” की हुई स्क्रीनिंग का दर्शकों ने भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर सुश्री रेणुका टंडन की लिखित अद्भुत कॉफी टेबल बुक “71 वर्टिकल ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री” का विमोचन हुआ। यह पुस्तीक मीडिया और मनोरंजन उद्योग के विभिन्न पहलुओं का संकलन हैं। माना जा रहा है कि यह किताब मीडिया और एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में मील का पत्थरर साबित होगी। इस लिहाज से मनोरंजन जगत में कदम रखने वाले सभी छात्रों के लिए इसे अत्यधिक फायदेमंद बताया गया है।
सुश्री अंबिका शर्मा, एमडी इंडिया ऑपरेशंस यूएसआईबीसी, जमशेद मिस्त्री, हेड मीडिया एंड एंटरटेनमेंट कमेटी आईसीबीसी,
फिल्मा‍ उत्सव के पहले दिन अपने-अपने कार्यक्षेत्र में अनुपम योगदान देने के लिए ज्योति कपूर दास, सरोज अग्रवाल, सीमा पाहवा, शिजी सुनील, चांदनी जाफरी आदि गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
इसके बाद आयोजित बौद्धिक सत्रों में विशेषज्ञों ने छात्रों को मीडिया और मनोरंजन उद्योग की अंतर्दृष्टि और समझ प्रदान कीं। अनन्या शर्मा ने पटकथा लेखन की पेचीदगियों और बारीकियों के बारे में बताया। ओटीटी प्लेटफॉर्म की कार्यप्रणाली और नियम-कानूनों से फैसल मलिक और अमित सियाल ने गहराई से रूबरू कराया। सुधांशु पांडे ने “टेलीविजन की दुनिया में अपनी पहचान कैसे बनाये” और सोप ओपेरा के विभिन्न पहलुओं का ज्ञान कराया।
चंडी जाफरी ने इस बात पर विचार किया कि कैसे किसी को अपनी प्रतिभा को लगातार निखारना चाहिए और इस क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करने के लिए एम और ई उद्योग के विभिन्न पहलुओं को सीखना चाहिए। दिन के आखिर में दिखाई गई एफटीआईआई फिल्म का दर्शकों ने भरपूर आनंद लिया।
प्रदेश सरकर के सहयोग से अम्रेन फाउंडेशन की ओर से किए जा रहे इन प्रयासों से  राज्य के भीतर रोजगार के अवसरों में एक नया उछाल देखा जा सकता है। इससे फिल्म उद्योग में अपनी पहचान बनाने का प्रयास कर रहे छात्रों को अपने करियर को सही दिशा देने में भी मदद मिलेगी।
यह कार्यक्रम उन्हें फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक अनुभव और जागरूकता प्रदान करेगा। यह आयोजन उन छात्रों को एक मंच प्रदान करने में अत्यधिक सहायक होगा, जो इस क्षेत्र में अपनी प्रतिभा उजागर करने के इच्छुक हैं। वास्तव में एमरेन फाउंडेशन द्वारा आयोजित लखनऊ फिल्म महोत्सव उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण में एक नए युग की शुरुआत करने और युवाओं को ढेर सारे अवसर देने की अपार संभावनाएँ तलाशने का एक बेहतर मंच हैं।
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