आर्य समाज की महिलाओं और बालिकाओं द्वारा पहली बार हुआ 11,111 यज्ञ
वंचित वर्गों के मेधावी विद्यार्थियों को 1.25 करोड़ की छात्रवृत्ति वितरित
गोरखपुर। ऐतिहासिक आध्यात्मिक पहल के तहत आर्य समाज ने अपने अंतरराष्ट्रीय आर्य महा सम्मेलन के अवसर पर 11,111 यज्ञ (वैदिक हवन अनुष्ठान) संपन्न किए। जो आधुनिक युग में सबसे बड़े सामूहिक यज्ञ आयोजनों में से एक है। इस अवसर पर भारत और विदेशों से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य विश्व शांति (वसुधैव कुटुंबकम), पर्यावरण संतुलन और आध्यात्मिक जागृति को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर समस्त आर्य सभा परिवार ने स्वर्गीय सुरेश चन्द्र्र आर्य, अध्यक्ष, सर्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका हाल ही में निधन हुआ।
150 वर्ष पुरानी यह संस्था, जिसने राष्ट ्रनिर्माण म ेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभाई है,ने आर्य प्रगति छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत अपने छात्रवृत्ति कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य देशभर में वंचित और मेधावी छात्रों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना है। ज्ञान ज्योति पर्व के अध्यक्ष श्री एस.के. आर्य न ेकहा संख्या 11,111 का वैदिक दृष्टि से विशेष महत्व है- यह प्रकृति के पंचतत्वों और सृष्टि की एकता का प्रतीक है। इन यज्ञों के माध्यम से आर्य समाज बाहरी और आंतरिक दोनों लोकों को शुद्ध करने का प्रयास कर रहा है, ताकि वैदिक शांति, एकता और सत्य जीवन का संदेश पुन:जीवित हो सके। यह आत्म गौरव और आत्मचिंतन का क्षण है-भारत का आत्मसम्मान जाग रहा है, और आज का युवा स्वयं को भारतीय कहन ेमें गर्व महसूस करता है।
श्री आर्य ने आगे कहा हमन ेयुवा विकास की दिशा में ंपहला कदम उठाया है। अब यह शिक्षा और सशक्तिकरण का आंदोलन कई गुना आगे बढऩा चाहिए। आर्य समाज के अमेरिकी प्रतिनिधि विद्या भूषण वर्मा ने कहा पिछले तीन वर्षो ंमें 2.5 करोड़ से अधिक राशि वंचित छात्रो ंकी छात्रवृत्तियों हेतु दान की गई है। इस वर्ष अतिरिक्त 1.3 करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिसके अंतर्गत 330 और छात्रों को यह सहायता दी जाएगी। हमारा लक्ष्य है युवाओं को भारत के गौरवशाली इतिहास, मूल्य प्रणाली और ज्ञान परंपरा सेजोडऩा-ताकि शिक्षा, विरासत और प्रगति के बीच एक सेतु बन सके।
गुजरात और महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सम्मेलन स्थल का दौरा किया, जहाँ प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों के लिए कई विचार-विमर्श सत्र आयोजित किए गए। मूल्य आधारित परिवार, नई सामाजिक चुनौतियाँ,मोबाइल स्क्रॉलिंग की प्रवृत्ति, भाषा के नाम पर क्षेत्रवाद का बढऩा, आईवीएफ केंद्रों का विस्तार और नो-चाइल्ड पॉलिसी जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा हुई। विभिन्न आर्यसभा विद्यालयों के विद्यार्थियों ने खेल, शारीरिक क्षमता और वैदिक ज्ञान जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
दिल्ली सरकार के सहयोग से आयोजित इस समारोह में कई प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहेंगी, जिनमें महामहिम धरम गोखूल, मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति श्री चान संतोखी, सुरिनाम के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अर्विनबूलेल, मॉरीशस सरकार में कृषि उद्योग मंत्री, स्वामी ब्रह्मविहारिदास, बीएपीएस हिंदू मंदिर, अबूधाबी, गृहमंत्री, अमितशाह, रक्षामंत्री राजनाथसिंह, आचार्य देवव्रत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा नेता श्री सुधांशु त्रिवेदी और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल है।


 
                                    


