लखनऊ। हर रोग का जवाब एंटीबायोटिक्स नहीं है। अच्छे विशेषज्ञ डाॅक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक्स का सेवन न करें। एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिया की वजह से होने वाले संक्रमण के लिए है न कि वायरल संक्रमण के लिए। एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक सेवन हमें परेशानी की ओर ले जा रहा है।
मेडिकल छात्रों ने सिविल अस्पताल से परिवर्तन चौक तक रैली निकालकर लोगों को एंटीबायोटिक दुरुपयोग को रोकने, एंटीबायोटिक दवाएं खुद से न लेने की सलाह दी। जागरूकता रैली में छात्रों और प्रोफेसर के साथ फार्मेसी विशेषज्ञ भी शामिल रहे। छात्रों ने कहा कि एंटीबाॅयोटिक का भविष्य हमारे हाथों में है। अत्यधिक सेवन से अब एंटीबाॅयोटिक बेअसर हो रही हैं। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में गंभीर बीमारियों में कोई दवा असर नहीं करेगी।
फार्मेसी कौंसिल के पूर्व चेयरमैन सुनील यादव ने बताया कि रैली के बीच में हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। नाटक के माध्यम से एक ग्रामीण परिवार को अधूरी एंटीबायोटिक खाने के कारण गंभीर रूप से बीमार दिखाया गया। सलाह दी गयी कि कभी भी एंटीबायोटिक का आधा अधूरा कोर्स मत लें। एंटीबायोटिक जब भी खाएं तो पूरा कोर्स करें।
लोगों को स्वच्छता अपनाने, औषधियों के सही प्रयोग की जानकारी देते हुए सलाह दी गयी कि दवाएं हमेशा उचित सलाह पर ही लें और केवल फार्मेसिस्ट से ही लें। रैली में डी फार्मा, बी फार्मा, एम फार्मा के छात्र शामिल थे। मंतशा, फरमान, आयुशी, रिया, मरयम, एरम, अवनीश, अर्जान आदि छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक में हिस्सा लिया। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ इरफान, डीन डॉ मिसबाहुल हसन, डॉ वसीम, डॉ फारूक, डॉ कुलदीप सहित अनेक फैकल्टी ने जुलूस का नेतृत्व किया।