अवधनामा संवाददाता
सहारनपुर। जिला जज व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अश्विनी कुमार त्रिपाठी के निर्देशानुसार आज एक्शन प्लान के अंतर्गत सचिव श्रीमती सुमिता ने जिला कारागार का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा जेल अधीक्षक को निर्देश दिये कि उन बन्दियों की थानेवार सूचना उपलब्ध कराये, जो गम्भीर अपराधों में निरूद्व है।
आज राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त एक्शन प्लान के अन्तर्गत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जनपद न्यायाधीश अश्विनी कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में जिला कारागार सहारनपुर का निरीक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती सुमिता द्वारा किया गया। जिला कारागार में लगभग 1800 महिला एवं पुरूष बन्दी है। निरीक्षण में इस बात पर विशेष बल दिया गया कि जेल में निरूद्व गंभीर अपराधों में विचाराधीन बन्दियों के जमानत आवेदन सम्बन्धित न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये गये या नही और उनके पास सरकारी व प्राइवेट अधिवक्ता की सहायता उपलब्ध है या नही। जिला प्राधिकरण की सचिव श्रीमती सुमिता ने इस सम्बन्ध में जेल अधीक्षक को निर्देश दिये कि उन बन्दियों की थानेवार सूचना उपलब्ध करायें, जो गम्भीर अपराधों में निरूद्व है और उनका जमानत आवेदन न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नही किया गया है ताकि उनको विधिक सहायता प्रदान की जा सकें। सचिव ने जेल अधीक्षिका को निर्देशित किया धारा 436ए आईपीसी के तहत अच्छादित बन्दियों की सूची नियमित अन्तराल पर उपलब्ध करायें।
जेल प्रशासन ने सचिव को अवगत कराया कि महिला बन्दियों की नियमित जांच हेतु कोई महिला चिकित्सक उपलब्ध नही है। इस सम्बन्ध में सचिव ने जिला कारागार की अधीक्षिका को निर्देश दिये इस सम्बन्ध में अविलम्ब उप्र शासन को पत्र लिखकर महिला चिकित्सक नियुक्ति करायें। सचिव द्वारा लीगल एड क्लीनिक, रसोई घर एवं अस्पताल का भी निरीक्षण किया। लीगल एड क्लीनिक में पराविधिक स्वयं सेवकों को निर्देश दिये कि अपील के आवेदनों एवं विधिक सहायता के आवेदनों का रजिस्टर व्यवस्थित रखें और बन्दियों को विधिक सहायता सम्बन्धी जरूरतों व अधिकारों से अवगत करायें। रसोईघर में बन्दी खाना बनाते हुये पाये गये। सचिव ने जेल में स्थित रोटीमेकर व राईसमेंकर मशीन का भी अवलोकन किया। साफ-सफाई की व्यवस्था उचित पाई गई। महिला बन्दियों से भी व्यक्तिगत बातचीत की गई। निरीक्षण के समय वरिष्ठ जेल अधीक्षक श्रीमती अमिता दुबे, डिप्टी जेलर अभय शुक्ता एवं डाक्टर पुण्डीर आदि उपस्थित रहे।