नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा द्विपक्षीय वार्ता की पेशकश के चंद रोज बाद भारत ने गुरुवार को कहा कि वह हमेशा से पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसा संबंध चाहता है लेकिन ऐसे संबंध के लिए आतंक, हिंसा और शत्रुता से मुक्त माहौल होना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कश्मीर जैसे लंबित मुद्दों को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत करने के लिए पिछले सप्ताह शरीफ की पेशकश के बारे में पूछे जाने पर यह टिप्पणी की।
पाक ने भारत से युद्ध को बताया था सबक
बता दें कि पिछले सप्ताह संयुक्त अरब अमीरात के चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान ने भारत के साथ तीन युद्धों के बाद सबक सीखा है और अब वह भारत के साथ शांति से रहना चाहता है। इन युद्धों ने लोगों के लिए दुख, गरीबी और बेरोजगारी ही पैदा की है। उन्होंने कहा था कि भारतीय नेतृत्व और पीएम को मेरा संदेश है कि आइए टेबल पर बैठें और कश्मीर जैसे ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए गंभीर होकर ईमानदारी से बातचीत करें। वहां लगातार मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
शहबाज शरीफ ने रखी ये शर्त
हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बाद में कहा कि भारत द्वारा 2019 में कश्मीर पर उठाए गए अपने कदमों को रद किए बिना बातचीत संभव नहीं है। अगस्त 2019 में भारत द्वारा जम्मू और कश्मीर की विशेष शक्तियों को वापस लेने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा के बाद संबंध और बिगड़ गए।
पाक से भारतीय महिला के यौन उत्पीडऩ के आरोप की जांच करने को कहा
भारत ने पाकिस्तान से पाकिस्तानी उच्चायोग परिसर में कथित तौर पर एक भारतीय महिला के यौन उत्पीडऩ किए जाने के आरोप की जांच करने को कहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि महिला की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। पंजाब की महिला प्रोफेसर ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात एक अधिकारी पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है।
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