अवधनामा ब्यूरो
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ मिलिट्री आपरेशंस की बैठक में एलओसी पर सीजफायर को लेकर सहमति बनी है. दोनों देशों की इस उच्चस्तरीय बैठक में तय हुआ है कि 24-25 फरवरी की रात से ही सभी पुराने समझौतों को फिर से अमल में लाया जाएगा.
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी किये गए साझा बयान में कहा गया है कि दोनों देश एलओसी के साथ-साथ दूसरे सेक्टर्स में भी सीजफायर का सख्ती से पालन करने को तैयार हैं. दोनों देशों के बीच हॉटलाइन पर बात हुई है.
इस बयान में कहा गया है कि सीमा पर शान्ति बहाली के मकसद से यह फैसला किया गया है. बातचीत में दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई है कि किसी भी ग़लतफ़हमी और अनदेखे हालात के निबटारे के लिए हॉटलाइन का इस्तेमाल किया जाएगा.
भारतीय सेना ने यह साफ़ कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान पहले की तरह से जारी रहेगा. उसमें किसी तरह की ढील नहीं दी जायेगी. एलओसी पर घुसपैठ रोकने के लिए आपरेशन पहले की तरह से जारी रहेंगे.
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भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर साल 2003 में समझौता हुआ था. यह समझौता तीन साल तक ठीक चला लेकिन 2006 से लेकर 2020 तक लगातार सीज़फायर उल्लंघन के मामले सामने आते रहे हैं.