अवधनामा संवाददाता
मंहगाई की मार से पर्व भी नहीं रहा अछूता
पशुओं के दामों में भारी उछाल
सहारनपुर। ईद उल अजहा पर्व के करीब आते ही पशुओं की बिक्री ने जोर पकड़ लिया है। कुछ सार्वजनिक स्थलों पर पशुओं की खरीदारी जोरों पर की जा रही है। लेकिन मंहगाई से पशुओं की खरीदारी पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है। एक अमूमन कटड़ी 30 से 35 हजार रूपये मंें बिक रही है, जो एक आम आदमी की पहुंच से बाहर है।
आगामी दस जुलाई को ईद उल अजहा पर्व मनाये जाने की तैयारियां जोरो पर है और इसको लेकर पशुओं की खरीदारी भी तेजी से बढ़ रही है। जिसमें भैंस, झोटा, कटड़ा, कटड़ी की खरीदारी मुख्यतः की जाती है और कुर्बानी के लिए इन पशुओं को खरीदा जाता है। लेकिन पर्व पर मंहगाई की मार भी दिखायी दे रही है, जहां एक छोटी सी बछड़ी व कटड़ा भी 30 से 35 हजार रूपये में बिक रहा है, तो वही एक भैंस 60 से 70 हजार रूपये में बिक रही है। यही स्थिति झोटे की है, वह भी 60 से 80 हजार रूपये के बीच बेचा जा रहा है। हालांकि पशुओं की खरीदारी तो हो रही है, लेकिन पशु व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के बाद पशुओं की खरीदारी पर व्यापक असर पड़ा है और बिक्री में भी काफी कमी आयी है। अन्यथा पर्व के मद्देनजर पशुआंे की बिक्री जोरों पर हुआ करती थी, लेकिन वर्तमान समय में काफी लोग पशुओं की खरीदारी करने का साहस जुटा पाने मंे काफी सोच विचार कर रहे है। बकरीद के मौके पर जहां एक ओर जिला प्रशासन व नगर निगम ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है, तो वहीं दूसरी ओर जगह-जगह ईद को लेकर पशु बाजार लगे हुए हैं, जहां पर लोग कुर्बानी के लिए पशु खरीद कर ले जा रहे है।ं इसी प्रकार आज हबीब गढ़, लकड़ी बाजार, मंडी समिति रोड सहित अन्य जगहों पर बाजार लगे है और लोग ईद की खरीदारी करते हुए नजर आ रहे है।