पंचायत चुनाव नजदीक आते ही शाम दाम, दंड ,भेद,राजनीति शुरू
पुवायां शाहजहांपुर, प्रधानी का कार्यकाल पूर्ण होने से पूर्व और पंचायत चुनाव नजदीक आते ही ग्रामीण क्षेत्रों में साम ,दाम ,दंड, भेद की राजनीति शुरू हो गई है और प्रधानी के चुनाव में जिस तरह से पैसा और रैशा के दम पर चुनाव होते हैं यह किसी से छिपे हुए नहीं है और इस राजनीति में ग्राम पंचायत स्तर पर सरकारी कर्मचारी भी अछूते नहीं रहते ऐसा ही एक मामला पुवायां विधानसभा क्षेत्र के रनमस्तपुर बुजुर्ग ग्राम पंचायत का सामने आया है जहां जाति प्रमाण पत्र का आवेदन करने वाली अनुपम देवी पत्नी गुड्डू लाल ने लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं उसका आरोप है कि वह वर्ष 2021 में ग्राम पंचायत प्रधानी का चुनाव लड़ी थी , इस दौरान वह 10 वोटो से चुनाव हार गई और विनीता देवी पत्नी विनोद कुमार चुनाव जीत गए, अनुपमा देवी पत्नी गुड्डू लाल फिर आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं इसी बीच अनुपमा देवी द्वारा प्रधानी का चुनाव लड़ने की मंशा से जाति प्रमाण पत्र ऑनलाइन किया गया, जिसमें वर्ष 2021 के दौरान तहसील द्वारा जारी जाति प्रमाण पत्र भी संलग्न किया गया लेकिन ग्राम पंचायत की राजनीति में लेखपाल के द्वारा प्रतिभाग करने के कारण वर्तमान प्रधान के कहने पर अनुपमा देवी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया और कहा गया कि पहले मायके से लिखवा कर लाइए जब अनुपमा देवी के पति गुड्डू लाल ने लेखपाल मोहम्मद एहतराम से संपर्क किया और कहा कि मैंने पूर्व में जारी जाति प्रमाण पत्र भी संलग्न किया है तो लेखपाल ने कहा कि पूर्व में जारी जाति प्रमाण पत्र आपका फर्जी है सवाल उठता है क्या ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ी अनुपमा देवी का जाति प्रमाण पत्र फर्जी था अगर फर्जी था तो फिर वह चुनाव कैसे लड़ी और अगर फर्जी नहीं था तो फिर लेखपाल पर प्रशासन क्या कुछ कार्यवाही करेगा अगर ऐसा नहीं होता है तो भविष्य में सरकारी कर्मचारियों के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर राजनीति में भागीदारी करने के कारण तमाम इच्छुक प्रधानी के उम्मीदवार वंचित रह जाएंगे जो संविधान के विरुद्ध है आवेदक अनुपमा देवी के पति गुड्डू भारती ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए संबंधित लेखपाल पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है