पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने संकेत दिया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सैन्य मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है। एआरवाई न्यूज का कहना है कि ख्वाजा आसिफ ने यह महत्वपूर्ण बयान एक निजी समाचार चैनल के टॉक शो में रविवार को दिया। रक्षामंत्री ने कहा कि पीटीआई को नौ मई की घटनाओं के लिए देश से माफी मांगनी होगी, अन्यथा कोई बातचीत नहीं होगी।
ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि पीटीआई शासन के दौरान सैन्य अदालत में 24 मामलों में से कई लोगों को मौत की सजा सुनाई गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पीटीआई संस्थापक से तीन बार बातचीत की पेशकश की। हाल ही में एक साक्षात्कार में भी ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि अगर पीटीआई संस्थापक पर सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाता है, तो यह एक खुला मुकदमा होगा।
आसिफ ने कहा कि पीटीआई संस्थापक के ‘नकारात्मक’ मंसूबों को उजागर करने के लिए खुला मुकदमा महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि पीटीआई को नौ मई को राष्ट्रीय संस्थानों पर हुए हमले में ‘संलिप्त’ पाया गया है। देश को सुरक्षा संस्थानों के खिलाफ पीटीआई के भयावह मंसूबों के बारे में जानने का हक है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पीटीआई संस्थापक और पूर्व आईएसआई प्रमुख फैज हमीद के बीच संबंध नौ मई के बाद भी जारी रहे। दोनों का लक्ष्य एक समान था, इसलिए उनके बीच संबंध रहे। उल्लेखनीय है कि इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी रावलपिंडी आदियाला जेल में बंद हैं।