अवधनामा संवाददाता
लखनऊ (Lucknow): अगर हमें पर्यावरण को बचाना है तो “Say No To Plastic Bags” कहना होगा। प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद होना चाहिए। लोगों को यह बात अच्छी तरह जान लेनी चाहिए की इस से पर्यावरण को कितना नुकसान पहुंच रहा है। सल्तनत मंजिल, हामिद रोड, निकट सिटी स्टेशन, लखनऊ की इंजिनियर हया फातिमा बिटिया नवाबजादा सैय्यद मासूम रज़ा , एडवोकेट ने आगे कहा की प्लास्टिक की थैलियां इस्तेमाल करने पर रोक के बावजूद इसका इस्तेमाल खुले आम हो रहा है। इसकी पूरी तरह से रोक थाम के लिए जागरूकता अभियान में तेजी लानी होगी और इसके इस्तेमाल को रोकने को युद्ध स्तर पर काम करना होगा तभी हमें कामयाबी मिल सकती है। अगर हमें पर्यावरण को बचाना है तो “Say No To Plastic Bags” कहना होगा। इसमें कोई शक नही की प्लास्टिक के थैले के इस्तेमाल से उपभोक्ताओं को सुविधा जरूर होती है, मगर उन्हें इस से होने वाले नुकसानात का अंदाजा हो जाए तो वो इसकी जगह कपड़े या जुट के थैले का इस्तेमाल करने लगेंगे। इंजिनियर हया फातिमा ने आगे कहा कि सरकार को हर तरह के प्लास्टिक के थैलों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए और सख्त कानून बना कर इसका इस्तेमाल करने वालों को सजा होनी चाहिए। यह क़दम पर्यावरण को बचाने के लिए बेहद जरूरी है। प्लास्टिक से नाले चोक हो जाते हैं और बरसात के दिनों में प्लास्टिक के कचरे से दुर्गंध आती है जो इंसान के सेहत के लिए और पर्यवरण के लिए बहुत ही खतरनाक होता है। लोगों द्वारा प्लास्टिक के थैलें में रख कर फेंके गए खाने पीने के सामान को गाय व जानवर खाकर रोज मर रहे हैं। अगर हमें अपनी सेहत और पर्यावरण का खयाल है तो हमें हर हाल में प्लास्टिक को बाय बाय करना होगा।
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