वजन घटाना है, तो इन बातों का रखें ध्यान

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नई दिल्ली। आज की भागदौड़ वाली दुनिया में,जहां आधुनिक जीवनशैली लोगों की शारीरिक और मानसिक सेहत पर हावी हो रही है, उसे देखते हुए स्वस्थ जीवनशैली को प्राथमिकता देना जरूरी हो गया है। हालांकि, स्वस्थ जीवन का सफर दुनियाभर में लाखों लोगों के लिए चुनौती बना हुआ है और इसका मुख्य कारण बढ़ते वजन और मोटापे से जुड़ी चिंताएं हैं। मोटापे से जुड़े कई पहलू हैं। आनुवंशिक और जीवनशैली से जुड़े कारक इसकी जटिलता बढ़ाते हैं। मोटापे की इस चुनौती से निपटने के लिए सकारात्मक होने, दृढ़ता दिखाने और सोच में स्पष्टता की आवश्यकता है। स्वस्थ जीवन की चाह है तो अल्पकालिक समाधानों से ध्यान हटाकर दीर्घकालिक कदमों पर ध्यान केंद्रित करना होगा, जिससे वजन घटाने, बेहतर फिटनेस पाने और फिटनेस बनाए रखने में मदद मिले।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक, मोटापे की समस्या लगातार बढ़ रही है, जिससे हृदय रोग, डायबिटीज और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं। दुनिया में मोटापे की सबसे तेज दर वाले देशों में शुमार भारत लगातार स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है। इसके अलावा,कोविड-19 महामारी ने इस बात को भी सामने रखा है कि किस तरह से मोटापे से ग्रस्त लोग अन्य बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। अनुमान के मुताबिक, भारत में 13.5 करोड़ लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। इस साल की शुरुआत में वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 2035 तक भारतीय महिलाओं में मोटापे का खतरा 13 प्रतिशत और पुरुषों में 8 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। ये आंकड़े इस बात को रेखांकित करते हैं कि मोटापे को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में देखने की जरूरत है। साथ ही, इससे यह भी सामने आया है कि लोगों के लिए वजन नियंत्रित करने का प्रयास करना कितना जरूरी है।

कुछ तरीके जो आपको फिट रहने और वजन कम करने में मदद कर सकते हैं:

आदतों में स्थायित्व लाना वजन नियंत्रण के मामले में दीर्घकालिक सफलता की नींव है। किसी तत्काल समाधान के पीछे भागने के बजाय,यह आवश्यक है कि आप स्वास्थ्य को ध्यान में रखने वाली दिनचर्या को प्राथमिकता दें। इसकी शुरुआत संतुलित आहार को अपनाने, नियमित शारीरिक गतिविधि करने और स्ट्रेस मैनेजमेंट से करें। ध्यान रखें,स्थायित्व यानी सतत रूप से कदम बढ़ाते रहना ही सही वजन बनाए रखने का रहस्य है। जीवनशैली में धीरे-धीरे बदलाव से ही स्थायी परिणाम का रास्ता खुलता है।

स्वस्थ आहार को अपनाना वजन को प्रभावी ढंग से नियंत्रित रखने की कुंजी है। प्रोसेस्ड फूड और मीठे सॉफ्ट ड्रिंक्स से परहेज करते हुए संतुलित आहार लेना वजन नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है। जिंक और आयरन जैसे आवश्यक मिनरल्स शरीर में एंटीबॉडी बनाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए जरूरी हैं। व्यस्त जीवनशैली के कारण जो लोग समय-समय पर पौष्टिक आहार नहीं ले पाते हैं, उनके लिएवेस्टीज वीस्लिम शेक जैसे सप्लीमेंट एक व्यावहारिक समाधान हो सकते हैं। वीस्लिम शेक लोगों को पेट भरे होने का एहसास कराते हैं और उनके मन में जंक फूड खाने की इच्छा को कम करते हैं। इससे वेट मैनेजमेंट में मदद मिलती है। वीस्लिम शेक को आम और वनीला फ्लेवर में पेश किया गया है, जिससे पोषण से समझौता किए बिना अच्छा स्वाद भी सुनिश्चित होता है।

पर्याप्त नींद को प्राथमिकता देना भी वजन घटाने के मुश्किल सफर का महत्वपूर्ण पहलू है। अच्छी नींद किसी भी व्यक्ति के लिए भूख और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखने वाले हार्मोन को रेगुलेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपने वेट मैनेजमेंट के लिए रोज रात 7 से 9 घंटे की आरामदायक नींद का लक्ष्य रखें। खराब नींद के कारण अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों की लालसा बढ़ सकती है और दिन में स्वस्थ खानपान के विकल्पों को चुनने में मुश्किल आ सकती है।

सक्रिय जीवनशैली अपनाना भी वेट मैनेजमेंट के लिए जरूरी है। कैलोरी जलाने के लिए पैदल चलना, साइकिल चलाना, तैराकी या नृत्य जैसी गतिविधियों को शामिल करनाफायदेमंद हैं। बहुत कठिन व्यायाम के बजाय नियमित व्यायाम से ज्यादा मदद मिलती है। प्रेरणा के लिए दोस्तों, परिवार के सदस्यों या पेशेवरों से संपर्क करें। किसी ऐसे ग्रुप में शामिल होने या किसी न्यूट्रिशनिस्ट या पर्सनल ट्रेनर से जुड़ने के बारे में भी सोचा जा सकता है।

हिसाब-किताब रखना भी इस दिशा में बहुत कारगर हो सकता है। रोजाना क्या खा रहे हैं, कितना व्यायाम कर रहे हैं और शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य कैसा है, इस पर नजर रखने के लिए एप्स का उपयोग किया जा सकता है। इससे पैटर्न बनाए रखने,ज्यादा खाने पर नजर रखने और उन बातों को पहचानने में मदद मिल सकती है, जिन्हें लेकर सतर्क होना है। इसी के साथ-साथ, जब आप समय के साथ अपने प्रयासों का परिणाम देखते हैं, तो आपको प्रेरणा भी मिलती है।

वजन घटाने के लक्ष्य को पाना 100 मीटर की दौड़ नहीं, बल्कि मैराथन के समान है, जिसमें लगातार प्रयास जरूरी है। बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में इस यात्रा मेंसफलता के लिए धैर्य, निरंतरता और सकारात्मक मानसिकता बनाए रखना आवश्यक है। मुश्किलें आती हैं, कुछ कदम गलत होते हैं, असफलता भी मिलती है, लेकिन इनसे हारने की नहीं, बल्कि इन्हें इस सफर का हिस्सा मानते हुए दृढ़ता से आगे बढ़ने की जरूरत है।

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