अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। डॉ. एम के नाम से चर्चित राजर्षि डॉ भूपेंद्र कुमार मोदी भारतीय मूल के सिंगापुरी व्यवसायी, सामाजिक उद्यमी और परोपकारी स्मार्ट ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक अध्यक्ष, ग्लोबल सिटीजन फोरम के संस्थापक और फॉरेन इन्वेस्टर्स इंडिया फोरम के वैश्विक अध्यक्ष, वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन के मानद अध्यक्ष रविवार को अयोध्या पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। अपने 75वे जन्मदिन के अवसर पर अयोध्या पहुंचे राजऋषि डॉ भूपेंद्र कुमार मोदी ने अपने सन्यास की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद से लगभग 40 वर्षो से जुड़े होने के साथ हमलोगों की कोशिश रही कि अयोध्या में भव्य दिव्य राममंदिर का निर्माण हो। आज पीएम मोदी के प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट के आदेश से वह सपना साकार हो रहा है। जोकि समस्त दुनिया के सभी सनातनियों के लिए अत्यंत गर्व की बात है। हमारी कोशिश सनातन को आगे ले जाना है। सनातन के इसी कार्य को आगे ले जाने के लिए ही देश के चारो शंकराचार्यो ने हमे राजऋषि की उपाधि देते हुए यह धर्मदण्ड प्रदान किया है। राम मंदिर जो बन रहा यह तो पहला पड़ाव है। राजाराम पहले राजा थे जिन्होंने पूरे भारत को जीत लिया था और उन्होंने पूरे भारत में रामराज्य की स्थापना की। हमारे साथी अशोक सिंघल जी जो आज हमारे साथ नही है कई वर्षो तक कार्य किया उनका भी आशीर्वाद हमारे साथ है। सन्यास लेने के उपरांत अब मेरा कार्य है कि हम भारत को सनातन राष्ट्र बनाने के लिए कार्य करे।