नई दिल्ली। मानसून अपने साथ सुकून और शांति का भाव लाता है। हम सभी अक्सर इस मौसम का बेसब्री से इंतजार कर रहे होते हैं। लेकिन इस मौसम में कुछ अनचाहे मेहमान भी हमारे जीवन में आ जाते हैं। सूखे से नमी वाला मौसम होने से कई सूक्ष्मजीवों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थिति बन जाती है, जिससे पानी के कारण होने वाली कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं, मानसून के दौरान कहीं ठहरा हुआ पानी मच्छरों के पनपने की जगह बन जाता है, जिससे मलेरिया, डेंगू आदि जैसी मच्छरजनित बीमारियों का खतरा भी बहुत तेजी से बढ़ता है।
इस साल भरपूर बारिश होने के साथ ही पिछले कुछ दिनों में देश में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित राज्यों में से हैं। इस साल जनवरी से जुलाई के दौरान दिल्ली में डेंगू के 243 मामले, कर्नाटक में 4,013 मामले और बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में 3,600 मामले सामने आए।
बारिश से शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। इस दौरान कुछ लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (एसएडी) के शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए मानसून में यह आवश्यक हो जाता है कि लोग स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखें और नियमित रूप से व्यायाम करने, संतुलित आहार ग्रहण करने और खूब पानी पीते रहने जैसे कदमों का पालन करें। इसके अतिरिक्त इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने एवं मौसमी बीमारियों को दूर रखने के लिए विटामिन एवं मिनरल का पर्याप्त सेवन भी आवश्यक है। उदाहरण के तौर पर, विटामिन सी हमारे इम्यून सिस्टम को बुखार से लड़ने व मजबूत बने रहने में मदद करता है। खट्टे फलों, शिमला मिर्च और हरी पत्तेदार सब्जियों में इसकी प्रचुर मात्रा पाई जाती है। दूसरी ओर, विटामिन डी मानसिक स्वास्थ्य सही रखने, हड्डियों की सेहत बनाए रखने, इम्यून सिस्टम को सहयोग करने और संपूर्ण स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाता है। सूर्य की रोशनी पर्याप्त नहीं मिलने के कारण हमारे शरीर में इस महत्वपूर्ण विटामिन की अक्सर कमी हो जाती है। विटामिन डी से भरपूर खाद्य जैसे अंडा, फैटी फिश और फोर्टिफाइड डेयरी प्रोडक्ट से इसका स्तर सही रखने में मदद मिलती है। इन विटामिन के अलावा जिंक, आयरन आदि जैसे मिनरल भी शरीर में एंटीबॉडी बनाने और शरीर को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मांस, दाल, नट्स और सीड्स से शरीर में जिंक का स्तर सही रखने में मदद मिलती है, जिससे हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
हालांकि, कई बार यह सुनिश्चित कर पाना मुश्किल हो जाता है कि हमारे शरीर को पर्याप्त पोषण मिले। भागमभाग वाली दिनचर्या के साथ चलने वालों के लिए यह और मुश्किल हो जाता है, क्योंकि अक्सर वे असंतुलित डाइट लेते हैं। वेस्टीज प्राइम कंसंट्रेटेड मिनरल ड्रॉप्स (सीएमडी) जैसे सही मिनरल सप्लीमेंट शरीर को सभी जरूरी मिनरल की आपूर्ति करने में प्रभावी हो सकते हैं। इससे हाइड्रेशन बढ़ती है, भूख सही होती है और संपूर्ण स्वास्थ्य सही रहता है।
बाजार में कई तरह के डाइटरी सप्लीमेंट उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रत्येक को अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। सप्लीमेंट सबलिंगुअल स्प्रे, ड्रॉप्स, गमीज, गोली व अन्य रूपों में उपलब्ध हैं। कभी भी और कहीं भी प्रयोग में सुगमता की बात आए तो वेस्टीज के सबलिंगुअल ओरल स्प्रे और गमीज शरीर में विटामिन एवं मिनरल की मात्रा को पूरा करने के आसान माध्यम हैं। वेस्टीज प्राइम एब्जॉर्विट – विटामिन सी और विटामिन डी सबलिंगुअल ओरल स्प्रे शरीर में विटामिन के स्तर को सही रखने में प्रभावी है। सबलिंगुअल फॉर्मुलेशन से विटामिन शरीर में बहुत तेजी से एब्जॉर्ब हो जाता है, जो अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है, विशेष तौर पर मानसून के मौसम में। स्वादिष्ट सप्लीमेंट की चाहत रखने वालों के लिए वेस्टीज प्राइम मल्टी विटामिन प्लस मिनरल गमीज सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं। जरूरी विटामिन एवं मिनरल से लैस इन गमीज से शरीर को वो पोषक तत्व मिल जाते हैं, जिनसे हम अक्सर इस भागमभाग वाली जिंदगी में वंचित रह जाते हैं। ये न केवल व्यावहारिक समाधान हैं, बल्कि सप्लीमेंट रुटीन को एक स्वादिष्ट ट्विस्ट भी देते हैं।
इस मानूसन में सेहत को प्राथमिकता पर रखने की राह में हमारी लाइफस्टाइल हमारे लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है, लेकिन सेहत को पीछे छोड़ देना सही नहीं है। संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बचाव के तरीके अपनाना और संतुलित आहार एवं सप्लीमेंट के माध्यम से पर्याप्त विटामिन एवं मिनरल का सेवन करते रहना महत्वपूर्ण है।