मुंबई के बिजनेस जगत में रवि घई (Who Is Ravi Ghai) एक बड़ा नाम हैं जो ग्रेविस ग्रुप के प्रमुख हैं। हाल ही में उनकी पोती सानिया चंडोक की सगाई सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर से हुई। रवि घई के नेतृत्व में ग्रेविस ग्रुप ने कई सफल वेंचर किए हैं। FY24 में ग्रैविस फूड सॉल्यूशंस का रेवेन्यू 624 करोड़ रुपये रहा।
रवि घई (Ravi Ghai Net Worth) मुंबई के बिजनेस और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में एक बड़ा नाम हैं। वे ग्रेविस ग्रुप के प्रमुख हैं, जिसके फूड और हॉस्पिटैलिटी दोनों क्षेत्रों में सफल वेंचर हैं। अपने शार्प बिजनेस नजरिए के लिए फेमस रवि, मरीन ड्राइव स्थित इंटरकॉन्टिनेंटल होटल और लोकप्रिय आइसक्रीम ब्रांड, द ब्रुकलिन क्रीमरी जैसे पॉपुलर ब्रांड्स के ओनर हैं।
हाल ही में रवि घई के परिवार का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दरअसल उनकी पोती सानिया चंडोक (Saaniya Chandhok Engagement) की सगाई भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar Engagement) से हो गई है। यह सगाई एक प्राइवेट सेरेमनी में हुई, जिसमें दोनों ओर से करीबी दोस्त और परिवार के सदस्य शामिल हुए।
कितना बड़ा है कारोबार
गौरतलब है कि रवि घई की ग्रैविस फूड सॉल्यूशंस का रेवेन्यू FY24 में 624 करोड़ रुपये का रहा, जिसमें पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 20% इजाफा हुआ। उनके परिवार के अंडर मुंबई में इंटरकॉन्टिनेंटल होटल भी है, जो इंटरकॉन्टिनेंटल होटल्स ग्रुप (IHG) का हिस्सा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसकी वैल्यू इस समय करीब 1.61 लाख करोड़ रु है।
पिता से विरासत में मिला बिजनेस
रवि घई ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित School of Hotel Administration से पढ़ाई की है। 1967 में, वे मुंबई लौटे और अपने पिता, इकबाल कृष्ण घई के बिजनेस की विरासत संभाली। उनकी लीडरशिप में, ग्रेविस ग्रुप ने क्वालिटी आइसक्रीम और नटराज होटल (जो अब इंटरकॉन्टिनेंटल होटल के नाम से जाना जाता है) जैसे फेमस ब्रांड लॉन्च किए।
अमेरिकी फ्रेंचाइजी लाए भारत
रवि को SAARC (साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन) क्षेत्र में अमेरिकन आइसक्रीम ब्रांड बास्किन-रॉबिन्स फ्रैंचाइजी लाने का भी श्रेय दिया जाता है, जिससे उनके कारोबारी पोर्टफोलियो में और डायवर्सिफिकेशन आया।
इस समय वे ग्रेविस हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड के नॉन-एग्जीक्यटिव चेयरमैन हैं और क्वालिटी रीड एस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड और परफेक्ट लाइवस्टॉक एलएलपी समेत कई कंपनियों के निदेशक हैं। उन्होंने हॉस्पिटैलिटी और फूड इंडस्ट्री में खुद की स्थिति काफी मजबूत की है।