अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। आज प्रशांति विद्या मंदिर में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। विद्यालय में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया, एंव बच्चों को हिन्दी दिवस के बारे मेें बता कर जागरूक किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक उत्कर्ष श्रीवास्तव ने बच्चोें को हिन्दी दिवस के बारे में बताते हुए कहा कि हिन्दी दिवस साल में दो बार मनाया जाता है। 14 सिंतबर 1949 में देवनागरी लिपि में हिन्दी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया। फिर उसके बाद हिन्दी के महत्व बढाने के लिए और इससे हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए 1953 से हर साल देशभर में 14 सिंतबर को हिन्दी दिवस मनाया जाने लगा।
और उनहोनें ये भी कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया था। वहीं विश्व हिन्दी दिवस हर साल 10 जनवरी को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया थाए जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अखिलेश झा ने कहा कि बच्चे हमारा आने वाला कल है , उन्हें हमारी मातृ भाषा हिन्दी के बारे में जानकारी होनी चहिए एंव साथ ही साथ उन्हें हिन्दी भाषा का इतिहास भी पता होना चहिए।
कार्यक्रम में नीलू विश्वकर्मा, समीधा जैन, अखिलेश झा, पूजा झा, स्नेहलता, सपना सोनी, अंजली निरंजन, ममता जैन, शिफा, खशबू, मोहिनी आदि उपस्थित रहे और बच्चों को हिन्दी दिवस का महत्व समझाया ।
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