अवधनामा संवाददाता
पुलिस राजस्व टीम के छूटे पसीने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात
हिंदू राष्ट्र शक्ति के पदाधिकारी मामले में तूल पकड़ते हुए आए नजर
बाराबंकी के कोठी थाना क्षेत्र के तपापुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर पूरा दिन विवाद चलता रहा मिली जानकारी के अनुसार पुलिस राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची दरअसल खबर लिखने का उद्देश सच्चाई सामने लाना है बता दें कि गाटा संख्या 230 मे कुल 8 हिस्सेदार हैं इसी जमीन पर कब्जा को लेकर पहले तो राजाराम बिंद्रा प्रसाद संदीप धर्मेंद्र संतोष सुरेश ननकू छुटु केदारनाथ कमलेश प्रसाद राजन गोपी समेत घर की अन्य महिलाओं ने अपने विपक्षी राम कैलाश की दिवाल तोड़ते हुए टीन सेट को तालाब में फेंक दिया इसके अलावा अन्य सामग्रियों को तोड़ते हुए खूब तहस-नहस मचाया मामला तूल पकड़ता देख संदीप पुत्र बिंद्रा प्रसाद वर्मा,धर्मेंद्र पुत्र राजाराम वर्मा नीम के पेड़ पर चढ़ गए और गले में रस्सी डालकर हाई वोल्टेज ड्रामा करते रहे. पूरी सूचना पुलिस को दी गई पुलिस मौके पर पहुंचने के बाद समझाने बुझाने का प्रयास किया जिसके बाद कानूनगो सुनील कुमार हैदर गढ़ तहसीलदार लेखपाल मौके पर पहुंचे जमीन की नाप किया बताया जाता है कि जिस जमीन का विवाद था वह मामला कोर्ट में विचाराधीन है लेकिन उसके बाद भी राम कैलाश पुत्र राम खेलवना सिरताज अली पुत्र मोहम्मद रजा,मुमताज अली, अलीहसन,अख्तर अली, रामेश्वर पुत्र बेचू लाल का छप्पर टीन सेट चारे की मशीन व अन्य सामग्री तोड़फोड़ किया। हकीकत में इस पूरे मामले के पीछे हिंदू राष्ट्र शक्ति के पदाधिकारी तूल पकड़ते हुए नजर आए वहीं पुलिस ने अधिवक्ता राजकुमार को थाने में बैठा कर कार्यवाही करने में लगी हुए हैं।
वही संदीप धर्मेंद्र से बात की गई तो बताया कि जब तक मेरी जमीन की पैमाइश नहीं हो जाती है तब तक मैं पेड़ पर ही चढ़कर बैठूंगा और आत्महत्या कर लूंगा। वही अधिवक्ता राजकुमार का कहना है कि मामला कोर्ट में विचाराधीन था तो तोड़फोड़ करने की जरूरत नहीं थी न्यायालय का फैसला सर्वमान्य होता लेकिन उसके बाद भी तोड़फोड़ और घर में मारपीट करने का काम किया है।
तोड़फोड़ ईट पत्थर चलाते हुए कैमरे में हुए कैद वीडियो वायरल:-
अधिवक्ता राजकुमार के परिजनों के पास इस पूरे घटनाक्रम के वीडियो हैं जिसमें देखा जा सकता है कि तोड़फोड़ ईद पत्थर चलाते हुए हाई वोल्टेज ड्रामा करने वाले लोग नजर आ रहे हैं नियमानुसार इस पूरे मामले में सबसे पहले तो हाई वोल्टेज ड्रामा करने वाले आत्महत्या की धमकी देने वाले लोगों के ऊपर आईपीसी 309 के अंतर्गत कार्यवाही होना चाहिए था इसके अलावा 427 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए सीआरपीसी की धारा 151 के अंतर्गत कार्यवाही होने का प्रधान है लेकिन मामला ढीला ढाला नजर आया।
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