अवधनामा संवाददाता हिफजुर्रहमान
हमीरपुर :भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से आई०सी०जे०एस० सिस्टम के तहत नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो (एन०सी०आर०बी०) की तरफ से अभियोजन विभाग को सर्वश्रेष्ठ अभियोजन कार्य करने पर उत्तर प्रदेश को देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, एन०सी०आर०बी० द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त होने पर अभियोजन विभाग को ट्राफी प्रदान की गयी है। इसी प्रकार जनपद हमीरपुर को पूरे उत्तर प्रदेश में माह जनवरी 2022 में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि पर जनपद को सिल्वर ट्रॉफी प्राप्त हुई है ट्राफी को आज संयुक्त निदेशक अभियोजन श्री चंद्रिका प्रसाद ने जिलाधिकारी डॉ चंद्र भूषण व पुलिस अधीक्षक श्री शुभम पटेल को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सौंपी है।
जनपद हमीरपुर द्वारा माह जनवरी 2022 में ई प्रासीक्यूशन के डेली अन्डर ट्रायल रिपोर्ट में 7469 की फीडिंग कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसके उपरान्त उत्तर प्रदेश अभियोजन विभाग के विभागाध्यक्ष / ए०डी०जी० श्री आशुतोष पाण्डेय द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन करने वाले अभियोजकों श्री चन्द्रिका प्रसाद ( संयुक्त निदेशक अभियोजन ) श्री प्रदीप सरोज (सहायक अभियोजन अधिकारी), श्री सतेन्द्र सिंह (सहायक अभियोजन अधिकारी), श्री नित्यानन्द यादव (सहायक अभियोजन अधिकारी) तथा श्री राजेश शुक्ला (जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी), श्री विजय सिंह (अपर जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी एस०सी० / एस0टी0), श्री रूद्र प्रताप सिंह (अपर जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी-पाक्सो एक्ट) को प्रशस्ति पत्र से पूर्व में ही सम्मानित किया जा चुका है। अब उससे संबंधित सिल्वर ट्राफी भी प्राप्त हुई है।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा सभी अभियोजकों को उनके द्वारा किये कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी।
जिले के ई प्रासीक्यूशन के नोडल अधिकारी नित्यानन्द यादव ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट महोदय के कुशल मार्गदर्शन व पुलिस अधीक्षक हमीरपुर के पर्यवेक्षण एवं सहयोग तथा अपर निदेशक अभियोजन श्री दुर्गा प्रसाद तिवारी के सम्यक मार्गदर्शन व संयुक्त निदेशक अभियोजन श्री चन्द्रिका प्रसाद के कुशल नेतृत्व में जनपद के सभी अभियोजन अधिकारीयों एवं शासकीय अधिवक्ताओं द्वारा ई प्रासीक्यूशन पोर्टल के सभी शोष में उत्कृष्ट फीडिंग की गयी। विगत वर्ष 2021 में जनपद हमीरपुर के अभियोजकों द्वारा हत्या एवं आपराधिक मानव वध, दहेज हत्या, पाक्सो एक्ट, बलात्कार, एस०सी० / एस०टी० एक्ट, महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में उत्कृष्ट पैरवी करते हुए सत्र न्यायालय के 47 मुकदमों में तथा मजिस्ट्रेट न्यायालयों के 40 मुकदमों जुर्माने से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा करायी गयी है।
इस दौरान सभी संबंधित अभियोजन अधिकारी गण मौजूद रहे।
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