नई दिल्ली। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा है कि गरीबों के लिए बनाई गई योजना के लिए राज्य को चावल की आपूर्ति में कोई “घृणा की राजनीति” नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बुधवार रात शाह से मुलाकात की और राज्य की ‘अन्न भाग्य’ योजना के लिए चावल की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की, जो बीपीएल परिवारों के प्रत्येक सदस्य के लिए 5 किलो अतिरिक्त चावल प्रदान करती है।
सिद्धारमैया ने कहा “मैं कल रात अमित शाह से मिला। मैंने उनके ध्यान में लाया कि एफसीआई चावल की आपूर्ति करने के लिए सहमत हो गया था और इस संबंध में एक पत्र भी लिखा था, लेकिन अगले ही दिन अचानक उन्होंने कहा कि वे आपूर्ति नहीं कर सकते। ऐसा लगता है जैसे यहां राजनीति खेली गई है। इसमें कोई नफरत की राजनीति न हो, क्योंकि यह गरीबों को चावल उपलब्ध कराने का कार्यक्रम है।”
1 जुलाई से ‘अन्न भाग्य’ योजना होगा शुरू
नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “शाह ने मुझसे कहा कि वह संबंधित केंद्रीय मंत्री से बात करेंगे और वापस आएंगे।”
सिद्धारमैया और उनके मंत्री पिछले कुछ दिनों से केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर यह आरोप लगा रहे हैं कि वह यह सुनिश्चित करके कांग्रेस प्रशासन की चुनावी गारंटी को “विफल” करने की साजिश रच रही है कि राज्य को खाद्य निगम से आवश्यक मात्रा में चावल नहीं मिले। वादे के मुताबिक, भारत 1 जुलाई से ‘अन्न भाग्य’ योजना शुरू करने जा रहा है।
सिद्धारमैया ने आज यह भी कहा, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से राज्य के लिए आईआरबी (इंडियन रिजर्व बटालियन) की दो और बटालियन के लिए अनुरोध किया है।