विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में आज (सोमवार को) श्री कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम के साथ मनाई जा रही है। वहीं, भाद्रपद मास के प्रथम सोमवार पर उज्जैन में शाम को भगवान महाकाल की छठी सवारी भी निकलेगी। भाद्रपद मास के प्रथम सोमवार और जन्माष्टमी का संयोग होने के कारण आज सवारी लौटने के दौरान हरि-हर (द्वारकाधीश भगवान गोपाल और भगवान महाकाल) का मिलन होगा। हजारों श्रद्धालु इस अद्भुत क्षण के साक्षी बनेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस मौके पर मौजूद रहेंगे। वे यहां रात्रि में द्वारकाधीश गोपाल मंदिर और सांदीपनि आश्रम में भगवान का अभिषेक पूजन कर महा आरती करेंगे।
गोपाल मंदिर उज्जैन के प्रशासक अजय धनके ने बताया कि बाबा महाकाल की सवारी और कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व एक ही दिन होने से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह हैं। इस शुभ अवसर पर शाम 6:00 बजे गोपाल मंदिर पर हरिहर मिलन होगा। उन्होंने बताया कि मंदिर में संध्या आरती के पश्चात भगवान गोपाल जी का महाभिषेक किया जाएगा। रात्रि 10:00 बजे मुख्यमंत्री डॉ. यादव गोपाल मंदिर में भगवान का दर्शन करेंगे। रात्रि 12:00 बजे तक भगवान के दर्शन पूजन, अभिषेक और आरती की जाएगी। रात्रि 2:00 बजे तक भगवान के दर्शन के लिए मंदिर के पट खुले रहेंगे।
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को एक कतार में चल कर सिंगल लाइन से दर्शन कराए जाएंगे। इस बार मंदिर के बाहर सड़क पर भी एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी, जिससे निरंतर लाइव दर्शन श्रद्धालुओं को होंगे। वहीं, 27 अगस्त को नंद महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान पालना झूलेंगे। भक्तों को पंजेरी महाप्रसादी का वितरण होगा।
श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर के मुख्य पुजारी मधुर शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी पर भगवान केसरिया रंग के वस्त्र धारण करेंगे। भगवान के श्रृंगार की सभी सामग्री विभिन्न स्थानों से मंगवाई गई है। भगवान के मुकुट और जेवर राजकोट से लाए गए है। माता रुक्मिणी की साड़ी बनारस से मंगवाई गई है। इसी तरह भगवान के शंख, चक्र, गदा, पद्म का निर्माण नाथद्वार से लाई सामग्री से किया गया है।