हमीरपुर बाढ़ की चपेट में 

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अवधनामा संवाददाता

हमीरपुर :यमुना-बेतवा नदियों की बाढ़ और विकराल हो चली है। दोनों नदियां बाढ़ का नया रिकार्ड बनाने की तरफ बढ़ रही हैं। गुरुवार को यमुना नदी में धौलपुर से 24.75 लाख और बेतवा नदी में माताटीला बांध से 4.03 लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है। जिससे बेतवा में डेढ़ से लेकर दो और यमुना में करीब ढाई मीटर और जल स्तर बढ़ सकता है। गुरुवार की सुबह यमुना 106.02 और बेतवा 105.67 मीटर पर बह रही थी। केन नदी भी खतरे के निशान को छूते हुए 102.03 मीटर पर बह रही है। मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता करन पाल गंगवार ने बताया कि जनपद में यमुना-बेतवा की बाढ से कल तक 13 गांव प्रभावित थे, लेकिन बांधों से छोड़ गए पानी की वजह से अब 90 गांव बाढ़ से प्रभावित होंगे। इन्हें तीन अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है। इसके अलावा यमुना-बेतवा की बाढ़ से भोला का डेरा, केसरिया का डेरा, जरैली मड़इयां, रमेड़ी डांडा और डिग्गी में जलभराव हो रहा है। प्रशासन बाढ़ राहत कैंप बनाकर प्रभावितों को उसमें ठहराने में जुटा हुआ है। कैंपों में खाने-पीने के इंतजाम के साथ ही मवेशियों के चारा-भूसा का इंतजाम किया गया है।
काली घटाओं ने बढ़ाया संकट
बाढ़ से जूझने वालों के ऊपर बारिश की मार भी पड़नी शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में लोग हाइवे और स्टेट हाइवे के किनारे-किनारे टेंट लगाकर रहने को मजबूर हैं। राठ-हमीरपुर मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण डेरा डाले हुए हैं। इन्हें स्टेट हाइवे पर ही अपने मवेशी बांध रखे हैं। तिरपाल से टेंट बनाकर रह रहे हैं। बारिश की वजह से मुश्किल होने लगी है।
पीजी कॉलेज में डेढ़ सौ परिवारों ने ली पनाह
कुछेछा स्थित पीजी कॉलेज में शुक्रवार की दोपहर तक डेढ़ सौ परिवारों के करीब पांच सौ लोग पनाह ले चुके थे। घर-गृहस्थी का सामान लेकर पहुंचे लोगों के लिए प्रशासन ने यहां खाने-पीने का इंतजाम भी किया है। साथ ही मवेशियों के लिए भूसा भी उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने यहां कैंप लगा रखा है।
यमुना की कटान से मेरापुर में कई मकान ध्वस्त
मेरापुर में यमुना की कटान से करीब एक दर्जन के आसपास लोगों के कच्चे मकान नदी में समा गए हैं। इनमें राजेश निषाद का आधा मकान यमुना की कटान में चला गया है। इसके अलावा ब्रजेश, बरातीलाल, रामखिलावन, अमित वर्मा, दीपकमल, धर्मेंद्र, विजय, राजेश, राजू, रामपाल, सुरेंद्र निषाद, अरुण शुक्ला, रामफल, लल्लू सविता, भोपा सहित कई लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
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