हज यात्रा को लेकर एक नई खबर सामने आई है। शायद हज यात्रा के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि चार ऐसी महिलाओं ने हज के लिए अप्लाय किया है जो मेहराम यानी बिना पुरुष सहयात्री के साथ नहीं जाना चाहती।
नई दुनिया पर छपी खबर के अनुसार, इन महिलाओं ने तेलंगाना हज कमेटी के समक्ष अगले साल होने वाली हज यात्रा के लिए अप्लाय किया है। इस तरह की गुजारिशें पिछले दो साल से प्रदेश हज कमेटी के पास आ रही थीं।
अब कमेटी ने इस तरह का प्रावधान कर दिया है कि महिलाओं के लिए अब मेहराम (पुरुष रिश्तेदार जिनके साथ महिलाएं निकाह ना कर सकती हों) के बिना भी वह हज यात्रा पर जा सकेंगी। भारतीय महिलाओं के लिए अभी तक ऐसा कोई प्रावधान नहीं था।
प्रदेश हज कमेटी के चेअरमैन मोहम्मद मशिहुल्ला खान ने बताया है कि हज के लिए अॉनलाइन हज आवेदन के लिए गुरुवार 5 दिसंबर आखिरी तारीख थी ।
अभी तक 8 हजार 369 अॉनलाइन हज आवेदन दर्ज की जा चुकी हैं, इनमें से 336 ऐसी हैं जो कि 70 वर्ष या इससे अधिक आयु के लोगों के लिए आरक्षित है।
हालांकि इस साल हज यात्रा के लिए आने वाले आवेदनों में बड़ी गिरावट आई है। पिछले साल, पूरे प्रदेश भर से कुल 13 हजार 368 आवेदन प्राप्त हुए थे।तेलंगाना स्टेट हज कमेटी का कोटा 4 हजार 169 की संख्या के लिए फिक्स था, जबकि पिछले साल प्रदेश से कुल 5 हजार 284 हज यात्री इस धार्मिक यात्रा पर रवाना हुए थे।
चेअरमैन ने कहा कि हज यात्रा के लिए चार महिलाएं भी इस बार बिना पुरुष साथी के जाएंगी। उन्होंने हज यात्रियों से अनिवार्य डाक्युमेंट्स साथ लाने को कहा है। उनके पास ऐसा पासपोर्ट होना चाहिये जिसे मशीन द्वारा रीड किया जा सके और वह जनवरी 2020 एवं 2021 तक के लिए वैलिड हो।