गुजरात के मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी का निधन

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गुजरात (Gujarat) के पूर्व मुख्यमंत्री (CM) और कांग्रेस (Congress) के दिग्गज माधव सिंह सोलंकी का निधन हो गया है

माधव सिंह सोलंकी 94 साल के थे और चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, माधव सिंह सोलंकी पूर्व विदेश मंत्री (Foreign Minister) भी थे

सोलंकी (Solanki) गुजरात में KHAM थ्योरी के जनक माने जाते थे, हासिल की थी सत्ता

पीएम मोदी (PM MODI) ने शोक जताया

माधवरा सोलंकी (Madhav Singh Solanki)  के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (AMIT SHAH) ने भी शोक जताया है। पीएम मोदी (PM) ने ट्वीट (Tweet)  किया, ‘गुजरात की राजनीति में सोलंकी (Solanki) ने कई वर्षों तक अहम भूमिका निभाई। वह समाज की सेवा में आगे बढ़कर नेतृत्व करते रहे।

माधव सिंह सोलंकी

नई दिल्ली: (New Delhi) गुजरात (Gujarat) के चार बार मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता माधव सिंह सोलंकी (Madhav Sinh Solanki) का शनिवार को निधन हो गया। वह आणंद जिले के बोरसाद के रहने वाले थे लेकिन गांधीनगर (Gandhinagar) में रहते थे। तीन साल पहले अपने ही जन्मदिन पर वो आखिरी बार सार्वजनिक तौर पर दिखाई दिए थे. केंद्र की नरसिम्हा (Narsimha) सरकार (Government) में सोलंकी (Solanki) विदेश मंत्री (Foreign Minister) और योजना मंत्री भी रह चुके थे। वह तीन बार गुजरात कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष (President) रह चुके थे।

सोलंकी (Solanki)  ने अपनी राजनीतिक कुशलता के साथ 1980 के दशक में राज्य के इन चार वर्गों को जोड़ा और 1985 के विधानसभा चुनाव (Assembly elections ) में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। 182 सदस्यों वाली गुजरात विधान सभा में तब कांग्रेस (Congress) को अकेले 149 सीटों पर जीत मिली थी जो एक रिकॉर्ड है। राज्य में और देश में बीजेपी (BJP) की लहर और नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के करिश्माई चेहरे और अमित शाह (Amit Shah)  जैसे राजनीति के चाणक्य के कुशल संयोग के बावजूद आजतक वह रिकॉर्ड नहीं टूट सका है।

पेशे से पत्रकार और वकील रह चुके माधव सिंह सोलंकी (Madhav Singh Solanki)  ने राज्य में पटेलों का सियासी वर्चस्व खत्म कर दिया था। वह पहली बार 1977 में  राज्य के मुख्यमंत्री (CM)  बने थे। 1980 के चुनाव में जब कांग्रेस (Congress) बहुमत (Majority) से जीती तो उन्होंने सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े (Socially and economically backward) तबकों के लिए आरक्षण (Reservation) लागू कर दिया। इसका राज्य में जबर्दस्त विरोध हुआ। वहां कई मौतें भी हुई थीं। सोलंकी को पटेल (Patel) , बनिया (BANIYA), ब्राह्मण (Brahman) जातियों का विरोध झेलना पड़ा था।

यहां तक कि 1981 में अनुसूचित जाति के लोगों पर अगड़ी जाति के हमले तेज हो गए थे। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने रातों-रात विशेष विमान से स्पेशल पुलिस फोर्स गुजरात भेजा था। सोलंकी (Solanki) इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) के करीबी नेताओं में एक थे।

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