अवधनामा संवाददाता
गौरा चौकी गोंडा – जिले में शिक्षित युवा किसान धीरे-धीरे अब कृषि व्यवसाय की परिभाषा को बदल रहे हैं l क्षेत्र की कृषि में अब परिवर्तन की बयार बहने लगी है l जिले का बभनजोत क्षेत्र आमतौर से धान गेहूं और गन्ने की खेती के लिए जाना जाता है लेकिन वर्तमान समय में परंपरागत खेती में अब लागत के सापेक्ष उपज और इनकम दोनों घट रहा है शायद यही कारण है कि युवा किसान अब परंपरागत खेती की जगह आधुनिक खेती के दम पर मिट्टी से पीला सोना उगा रहे हैं l बलरामपुर एमएलके कॉलेज से पीएचडी करने के बाद कृषि क्षेत्र की तमाम बाधाओ को पार कर सफलता की राह बनाने वाले युवा किसान डॉक्टर अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाकर मिट्टी से पीला सोना उगाया और युवा किसानों के लिए कृषि के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को लेकर राह बनाई l
बभनजोत ब्लॉक के ग्राम सभा अली नगर निवासी डॉक्टर अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कृषि के क्षेत्र में कई प्रयोग किए हैं l कम जमीन और कम लागत से उन्होंने ज्यादा मुनाफा लेकर यह साबित कर दिया है कि बिना नौकरी के घर पर रहकर भी युवा अपना भविष्य संवार सकते हैं l उन्होंने बताया कि लगभग चार से पांच एकड़ में गेंदे के फूल की खेती कर रहे हैं और ₹50 से लेकर 200 रुपए तक प्रति किलो के फूल की बिक्री कर रहे हैं l इस तरह 5 कुंतल फूल प्रति बीघा साल में दो बार निकाल लेते हैं साथ में 500 पौधा कागजी नींबू का 2020 में लगाया है अब 2024 में फल देना शुरू करेगा और अगले 30 सालों तक नींबू का फल मिलता रहेगा l आधुनिक खेती के दम पर डॉ अनिल कुमार श्रीवास्तव मिट्टी से पीला सोना उगा रहे हैं , इन्होंने बांटनी से पीएचडी कर रखा है और हॉर्टिकल्चर में इनकी बचपन से रुची थी l आधुनिक खेती के लिए डॉक्टर अनिल कुमार श्रीवास्तव को जिले व प्रदेश की कई संस्थाओं द्वारा सम्मान भी मिल चुका है l