अवधनामा संवाददाता
कर्ज चुकाने के दबाव और बदसुलूकी से आजीज आकर खाया जहर
कुशीनगर। सेवरही थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव की एक महिला ने समूह के कर्मचारियों से तंग आकर खौफनाक कदम उठाया। आवास बनवाने के लिए महिला समूह से लोन ली थी। लोन न चूका पाने को लेकर गांव मे समूह के माध्यम से लोन बाटने वाले कर्मचारी बकाया जमा करनें के लिए दबाव बना रहे थे। जिससे आजीज आकर महिला ने सलफास नाम का जहर खा लिया। जिसे आनन फानन के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का जिला अस्पताल में रो-रोकर हुआ बुरा हाल मृतिका के दो मासूम बच्चे अनाथ हो गए।
जानकारी के मुताबिक आवास बनवाने के लिए समूह से कर्ज लेने वाली एक महिला ने बार-बार परेशान किए जाने से परेशान होकर सल्फास खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां उसकी हालत नियंत्रण से बाहर देख डॉक्टर ने स्वशासी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। परिजनों के पास पैसे न होने पर उसे चंदा जुटाकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने देर रात दम तोड़ दिया। महिला ससुराल में परेशान हो जाने पर डरकर मायके आई थी, लेकिन यहां भी समूह के कर्मचारियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। सेवरही थाना क्षेत्र के मिश्रौली गांव की निवासी आरती देवी नाम की 30 वर्षीय इस महिला ने घर बनवाने के लिए समूह से कर्ज लिया था। कर्ज चुकाने में देरी होने पर उसे बार-बार परेशान किया जा रहा था। इससे परेशान होकर महिला सेवरही थाना क्षेत्र के ही राजपुर भरवलिया स्थित अपने मायके चली गई थी। वहां भी समूह के कर्मचारी पहुंचकर उससे अभद्रता कर रहे थे और रुपये वापस करने का दबाव बना रहे थे। इससे आजिज महिला ने बृहस्पतिवार की देर शाम सल्फास खा लिया था। उसकी हालत बिगड़ी तो परिजन देर रात जिला अस्पताल ले आए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा था कि महिला लोन चुका पाने में असमर्थ थी। महिला के परिजनों का जिला अस्पताल में रो-रोकर हुआ बुरा हाल है। उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।