अवधनामा संवाददाता
देवबंद:(Deoband) कोरोना की दूसरी लहर से देश उभर रहा है, अधिकांश जिले अनलॉक किए जा चुके हैं तथा कुछ को अनलॉक करने की तैयारी चल रही है। इसी बीच नगर में स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही देखने को मिली। रणखंडी रेलवे फाटक के समीप एक प्लाट में इस्तेमाल की गई पीपीई किट पड़ी मिलीं, जिन्हें आवारा कुत्ते नोंचते दिखाई दिए। बाद में एसडीएम ने मौके पर पहुंच कर सामान को सील कराया और जांच के आदेश दिए।
नगर के अतिव्यस्त रणखंडी रेलवे फाटक के समीप सड़क किनारे एक प्लाट में इस्तेमाल की गई पीपीई किट पड़ी होने से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खुल गई। पीपीई किट और ग्लब्स प्लास्टिक के बैग में लिपटे थे जिन्हें आवारा कुत्ते नोंच रहे थे। जिन्हें लोगों ने भागाया। इसके साथ ही वहां कुछ अन्य दवाओं के खाली डिब्बे और रुई भी पड़ी हुई थी। जबकि सरकार के स्पष्ट आदेश हैं की इस्तेमाल किए गए ग्लब्स व पीपीई किटों को नष्ट किया जाए। लेकिन उसके बावजूद इन्हें सार्वजनिक स्थान पर फेंक दिया गया। वहीं, सीएचसी के प्रभारी डा. इंद्राज का कहना है की रणखंडी रेलवे फाटक के समीप जो सामान पड़ा मिला है, वह स्वास्थ्य विभाग का न होकर मुजफ्फरनगर की एक प्राईवेट लैब का है। सभी सामान को सील कर मामले में गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। एसडीएम राकेश कुमार ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया है।