यूपी में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के उद्देश्य से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उत्तमपुर गांव के पास से ही ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग दो हजार करोड़ की लागत से 134 किलोमीटर तक किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में तेजी लाने से हो रहा है। निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे का जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने अभी हाल ही में जनपद से होते हुए बलिया से बक्सर को जोड़ने वाली ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बिरनो विकास खंड के ग्राम गन्नापुर से होते हुए करीमुद्दीनपुर तक निर्माणाधीन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता परखी एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने निर्देशित किया कि निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे की गुणवत्ता में कोई कमी न रहे एवं मानक के अनुरूप कार्य कराते हुए निर्धारित समय में कार्य पूर्ण किया जाए।
उन्होंने बताया की इस एक्सप्रेस-वे पर ग्रामीणों की मांग पर उनकी सुविधा के अनुसार अंडरपास स्वीकृत हुए है। पूरी परियोजना वर्ष 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। मालुम हो कि उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों को गाजीपुर से बलिया तक जोड़ने के लिए बलिया से लखनऊ, दिल्ली और बिहार के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना शुरू की है।
इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से यूपी की बिहार से कनेक्टिविटी में सुधार हो जाएगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
134.39 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना को चार अलग-अलग फेजों में विकसित किया जा रहा है और इसके लिए विभिन्न निर्माण एजेंसियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन चारों फेजों के कामों की कुल लागत 2726.27 करोड़ रुपये से होगी। परियोजना की पूर्णता के लिए 15 से 20 महीनों का समय निर्धारित किया गया है और इस एक्सप्रेस-वे की चौड़ाई 60 मीटर होगी।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का पहला चरण गाजीपुर में होगा, जो हृदयपुर से शाहपुर तक फैलेगा। इस एक्सप्रेस-वे को गाजीपुर के उत्तमपुर गांव से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए डबल ट्रंप बनाए जाएंगे, जहां वाहनों को चढ़ने और उतरने का निर्माण किया जा रहा है । यह एक्सप्रेस वे जिले के 36 गांवो की सीमा से होकर गुजर रहा है। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस एक्सप्रेस-वे की डिजाइन को मंजूरी दी है। इस परियोजना में चितबड़ागांव (बलिया ) में टोंस नदी पर एक पुल का निर्माण हो रहा है, इसके लिए करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना को चारणों में जाने का प्रावधान है, जिसमें प्रथम चरण में हृदयपुर से शाहपुर
लंबाई 42.50 किलोमीटर
स्वीकृत लागत: 838.22 करोड़
द्वितीय चरण शाहपुर से पिंडारी
लंबाई: 35.65 किलोमीटर
स्वीकृत लागत: 780.37 करोड़ तिसरे चरण मे पिंडारी से रिविलगंज बाईपास
लंबाई: 38.37 किलोमीटर
स्वीकृत लागत: 799.81 करोड़
और चौथे चरण में बक्सर के मुख्य मार्ग तक जिसकी
लंबाई: 17.27 किलोमीटर और इसकी स्वीकृत लागत: 308.30 करोड़ होगी
यह एक्सप्रेस-वे एनएच-29 (गोरखपुर-वाराणसी हाईवे) पर गाजीपुर बाईपास के पास से जंगीपुर से आरंभ होगा और फिर करीमुद्दीनपुर, चितबड़ागांव, फेफना, माल्देपुर, हल्दी और बैरिया के माध्यम से चांददियर तक जाएगा। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का उद्देश्य है कि यह हरित-भरित क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। इसे ‘ग्रीन कारिडोर’ भी कहा जाता है। यह एक्सप्रेस-वे उन क्षेत्रों से होकर गुजरेगा जहां पहले कभी सड़क नहीं थी, और इसके लिए कोई इमारत या सड़क को खंडित करने की जरूरत नहीं होगी। हाई-वे के किनारे हरित-भरित पौधों की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए अलग से वित्त प्रदान करने की व्यवस्था है।
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