अवधनामा संवाददाता।
अयोध्या। भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती पर चौरे बाजार से लेकर मोतीगंज तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई इस मौके पर आयुष दुबे ने कहा भगवान विष्णु के छठवें अवतार, भीष्म,द्रोण, कर्ण,अश्वत्थामा को शस्त्र विद्या सिखाने वाले महान गुरु, नारी जागृति आंदोलन के संचालक ना सिर्फ, वैदिक राष्ट्र के प्रणेता थे, बल्कि वे धर्म एवं न्याय के मार्ग का अनुसरण करने वाले, ज्ञान, शक्ति, साहस और शीलता के प्रतीक भी थे, अतुल दूबे ने कहा भगवान परशुराम विश्व में वैदिक संस्कृति का प्रचार प्रसार करना चाहते थे. उन्होंने स्वयं ब्राह्मण होते हुए भी शस्त्र धारण करके क्षत्रियोचित व्यवहार कर वर्ण व्यवस्था की इस धारणा को मिथ्या साबित किया कि मनुष्य का वर्ण जन्म से निर्धारित होता है कर्म से नहीं ।इस मौके पर धर्मेंद्र मिश्रा , पंडित शिवम द्विवेदी, अतुल दुबे, अनुराग पाण्डेय राणा, आयुष दुबे, राजन दुबे ,सौरभ मिश्रा, अमन मिश्रा ,आदेश पाण्डेय, आदि शोभायात्रा में शामिल रहे ।