एनसीएल में आइकोम्स – 2023 का का हुआ भव्य आगाज़

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अवधनामा संवाददाता

देश भर के कोयला जगत के दिग्गज सतत खनन एवं भविष्य की कार्य योजना पर कर रहें हैं मंथन

एनसीएल- उत्पादन, प्रेषण व अधिभार हटाव में निरंतर वृद्धि दर्ज करने वाली कोल इंडिया की इकलौती कंपनी : पीएम प्रसाद

सोनभद्र/सिंगरौली। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) में शुक्रवार को इंटरनैशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ओपन कास्ट माइनिंग टेक्नॉलोजी एंड सस्टेनेबिलिटी (आइकोम्स) के छठवें संस्करण का भव्य आगाज हुआ। कोन्फ्रेंस में देश-विदेश के कोयला जगत से जुड़े विभिन्न दिग्गज भाग ले रहें हैं।

आइकोम्स के छठवें संस्करण में चेयरमेन कोल इंडिया श्री पीएम प्रसाद बतौर मुख्य अतिथि विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े व कोन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। अपने उद्बोधन में उन्होनें कहा कि विगत छ: वर्षों में एनसीएल उत्पादन, प्रेषण व अधिभार हटाव जैसे मानकों पर निरंतर वृद्धि दर्ज करने वाली कोल इंडिया की इकलौती कंपनी है। साथ ही आइकोम्स के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होने कहा कि आइकोम्स में प्रस्तुत शोध पत्र, प्रदर्शनी व विचार मंथन ओपेनकास्ट खदानों में आने वाली सामाजिक, पर्यावरणीय व अन्य चुनौतियों के लिए व्यवहारिक समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम रहे हैं।

प्रसाद ने एफ़एमसी परियोजनाओं, पर्यावरण प्रबंधन, डिजिकोल जैसे एनसीएल में चल रही मुहिमों की सराहना की। उन्होनें यह भी कहा कि सिंगरौली विस्थापन के लिए हितग्राहियों से चर्चा उपरांत स्वीकार्य विस्थापन पैकेज तैयार किया जा रहा है जिससे अपेक्षित विस्थापन का मार्ग प्रशस्त होगा।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह ने आइकॉम्स 2023 को संबोधित करते हुए कहा कि विभागीय उत्पादन एनसीएल की पहचान रही है। उपभोक्ताओं तक गुणात्मक कोयला आपूर्ति को एनसीएल प्रबंधन का धर्म बताते हुए सिंह ने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करते हुए सतत खनन की संकल्पना को मूर्त रूप देने का आह्वान किया।

साथ ही उन्होने सौर ऊर्जा एवं अधिभार से रेत निर्माण जैसे नवाचारी पहलों को कंपनी के सुनहरे भविष्य के लिए जरूरी बताया और कंपनी द्वारा नेट ज़ीरो की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी विस्तार से रखा। श्री सिंह ने कोयला क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मेन-बेसिन में एनसीएल की योजना को रेखांकित किया। साथ ही एनसीएल के मशीनी बेड़े की तारीफ करते हुए उन्होनें टीम एनसीएल से उत्पादन लागत कम करने हेतु नयी तकनीक व विधियों को अपनाने पर बल दिया ।

आइकोम्स-2023 के उद्घाटन के अवसर पर ईसीएल निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्रि राय, एनसीएल निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना)  सुनील प्रसाद सिंह, सीईओ, शासन पावर प्लांट सचिन महापात्रा ने भी आइकॉम्स 2023 को संबोधित किया।

इस अवसर पर सीआईएल मुख्यालय से सलाहकार (सामग्री प्रबंधन)  टी के मिश्रा, प्रोफेसर (आईआईटी-खड़गपुर)  देवाशीश देव, प्रोफेसर एस के शर्मा (आईआईटी-बीएचयू), डॉक्टर के वी जॉर्ज (सीएसआईआर नीरी), प्रोफेसर एस एस राय (आईआईटी आईआईएसएम धनबाद),  रजनीश गौर (यूनिट हैड अमलिया), के प्रधान (एकेएस युनिवेर्सिटी, सतना), एनसीएल जेसीसी सदस्य, सीएमओएआई प्रतिनिधि, महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष व कोयला उद्योग के प्रतिनिधि व प्रदर्शक उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्वागत भाषण महाप्रबंधक (उत्पादन) एल पी गोडसे व धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक (उत्तखनन)भारतेन्दु कुमार ने दिया ।

इस दौरान आइकोम्स – 2023 के उद्घाटन सत्र में एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। कॉन्फ्रेंस के दौरान दुनिया भर से जुटे ओपन कास्ट खदानों व खदानों में प्रयोग के जाने वाली तकनीकों से जुड़े विशेषज्ञ शिक्षाविद, वैज्ञानिक और प्रोफेशनल्स (पेशेवर) खनन क्षेत्र की चुनौतियों, नई तकनीकों व अवसरों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर प्रतिभागियों के साथ अपना बहुमूल्य ज्ञान साझा कर रहे हैं । इस कॉन्फ्रेंस में 50 दिग्गज कंपनीयों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। साथ ही कॉन्फ्रेंस में 60 से ज्यादा शोध पत्र प्रस्तुत किए जा रहे है, जिनमें 4 अंतरराष्ट्रीय पेपर्स भी शामिल हैं।

आइकोम्स-2023 के दौरान कोयला खदान में प्रयोग की जाने वाली विभिन्न तकनीकों के प्रदर्शन हेतु एक भव्य माइनिंग टेक्नॉलोजी प्रदर्शनी लगाई गई है जिसमें 50 से ज्यादा कंपनियाँ भाग ले रही हैं । प्रदर्शनी में खुली कोयला खदानों में प्रयोग की जाने वाली भारी मशीनों (एचईएमएम), खदान संचालन से संबन्धित सुरक्षा व अन्य तकनीकों सेवाओं से जुड़ी दुनिया की जानी-मानी कंपनियां व स्टार्टअप्स ने अपने उत्पादों व सेवाओं का प्रदर्शन कर रहीं हैं।

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