महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर की गई विस्तृत चर्चा
महोबा। शहर के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में सोमवार को विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के तत्वावधान में सप्त शक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी ग़ज़ल भरद्वाज, विशिष्ट अतिथि जीजीआईसी रामनगर प्रधानाचार्य आशी सिंह व कार्यक्रम अध्यक्षा इंद्रा पुरवार ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई साथ ही विद्यालय के छात्र छात्राओं ने भी पर्यावरण संरक्षण, नारी सशक्तिकरण और संयुक्त परिवार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित लघु नाटिकाएं और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जिन्हें खूब सराहा गया। कार्यक्रम दौरान विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाली मातृशक्तियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम अध्यक्षा ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नारी शक्ति को जागृत करना, महिलाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना, स्वबोध को प्रोत्साहित करना और समाज में सकारात्मक परिवर्तन की भावना को प्रबल बनाना है। उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व, शिक्षा, खेल एवं सुरक्षा पर महत्वपूर्ण संदेश दिए। मुख्य वक्ता अर्चना वर्मा ने सप्त शक्ति संगम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने महिलाओं को समाज में जागरूकता, नेतृत्व और पारिवारिक समरसता की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश देने के अलावा नारी शक्ति की गरिमा, समाज में उनके योगदान और शिक्षा में उनकी भूमिका पर विचार किए गए।
अतिथि निधि त्रिपाठी ने संयुक्त परिवार की भारतीय परंपरा, बदलते सामाजिक परिदृश्य और टीवी, मोबाइल के प्रभाव पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि इंटरनेट युग में लाभ और हानि दोनों समान रूप से सामने हैं और माता, पिता को बच्चों पर पड़ने वाले प्रभावों के प्रति सजग रहना चाहिए। विशिष्ठ अतिथि ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों और अभिव्यक्ति की पहचान होना आवश्यक है। कहा कि भारतीय संविधान ने समानता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसे अनेक अधिकार प्रदान कर महिलाओं को सशक्त बनाया है। उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक और दृढ़ रहने की प्रेरणा दी।
विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाली विमला गुप्ता, राखी रावत, विनीता गोस्वामी आदि मातृशक्तियों को सम्मानित किया गया। इसके उपरांत सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इण्टर इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य अर्चना वर्मा ने अतिथियों का परिचय कराया तथा कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि भारतीय नारी देवी का स्वरूप है, जो समय समय पर दुर्गा, काली और चंडी का रूप धारण कर समाज कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।
उन्होंने यह भी कहा कि जैसे गंगा, गायत्री और गीता हमारा संरक्षण करती हैं, उसी प्रकार सीता, जीजाबाई और अनसूईया जैसी माताएं ओजस्वी संतानों का निर्माण करती हैं, जो राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बनती हैं।उन्होंने संयुक्त परिवार को श्रेष्ठ बताया तथा यदि एकल परिवार में रहें, तो भी बच्चों को दादा दादी के संपर्क में रखने की आवश्यकता बताई साथ ही उन्होंने घर में तुलसी तथा पुष्पवती पौधों के रोपण, अतिथियों का सत्कार करने, उपभोक्तावाद से दूर रहने, त्योहारों में स्वदेशी पद्धति अपनाने, पॉलिथीन का प्रयोग न करने जैसे बिंदुओं पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य कमलेश सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार आगंतुक अतिथि माताएं बहिनें आदि उपस्थित रहीं।





