नयी दिल्ली, 28 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज को स्वस्थ रखने के लिए आयुष डॉक्टरों की प्रशंसा की और सोशल मीडिया से कहा कि करुणा वायरस के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
प्रधान मंत्री मोदी ने आयुष डॉक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात करते हुए कहा कि आयुष में लंबे समय से राष्ट्र को स्वस्थ रखने की परंपरा है। कोरोना वायरस का महत्व बढ़ता है। उन्होंने कहा कि आयुष डॉक्टरों की प्रणाली पूरे देश में फैल रही है और उन्हें विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए कोरोनोवायरस से निपटने के लिए अपनी प्रणाली का उपयोग करना चाहिए। केंद्रीय मंत्री आयुष श्री पदासीनिके और कैबिनेट सचिव और आयुष मंत्रालय के सचिव भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि देश को कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूर्ण स्वास्थ्य कार्यबल का उपयोग करना चाहिए। सरकार को जरूरत पड़ने पर आयुष से संबंधित गैर-सरकारी डॉक्टरों की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने आयुष दवा निर्माताओं को सैनिटाइज़र जैसे आवश्यक उत्पाद बनाने के लिए भी कहा।
मोदी ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने में टेलीमेडिसिन के उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि आपसी दूरी पर जोर दिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने मानसिक तनाव कम करने और इन कठिन समयों में शारीरिक शक्ति बढ़ाने के लिए अयोग मंत्रालय के Ab योग एट होम अभन ’की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आयुष चिकित्सा संस्थानों को तथ्य आधारित शोध करना चाहिए जो इस परंपरा में लोगों का विश्वास बढ़ाए। उन्होंने विश्व स्तर पर देश के पारंपरिक उपचार को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया।