अवधनामा संवाददाता
कस्बा बांसी के लोगों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। पुलिस चौकी में घुसकर उपद्रव करने वाले, हाइवे जामकर पत्थर फेंककर राहगीरों को जानमाल का खतरा पंहुचाने वाले, जाति विशेष को गालियां देकर जातीय संघर्ष को उकसाने वाले और कानून व्यवस्था को भंग करने वाले अराजक तत्वों की गिरफ्तारी किये जाने की मांग को लेकर कस्बा बांसी के लोगों ने लामबंद होकर मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है। ज्ञापन में बताया कि मामूली विवाद को जातीय रंग देकर 23 जनवरी 2023 की शाम जातीय उन्मादी भीड़ ने जगदीश तिवारी के घर में घुसकर तोडफ़ोड़, गाली गलौज और महिलाओं को अपमानित करते हुए जमकर उपद्रव किया था। जब पीडि़त परिवार के लोग इस घटना की सूचना देने पुलिस चौकी बांसी पंहुचे तो अराजकता फैलाने वाले उपद्रवी लोग बड़ी तादाद में एक महिला को आगे करके पुलिस चौकी पंहुचे और चौकी अंदर पीडि़त परिजनों को चप्पलें मारते हुए जान से मारने पर आमादा हो गये। चौकी में मौजूद पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ धक्का मुक्की और सरकारी कार्य बाधित किया। इतना ही नहीं आरोप है कि पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। राजमार्ग से गुजरने वाहनों पर जमकर पत्थर फेंक कर उनकी जानमाल को भी नुकसान पंहुचाने पर आमादा रहे। पुलिस ने अनेक बार 144 धारा लागू होने का हवाला देकर उपद्रवियों को राजमार्ग से हटने को कहा, लेकिन उपद्रवी लगातार उपद्रव करते रहे। यह बात यों ही नहीं कही जा रही है इस घटना की वीडियो मीडिया पर भी खूब वायरल हुयी थी। बांसी पुलिस द्वारा भी उसी रात इस घटना को लेकर थाना जखौरा में अपराध संख्या – 0013 पर 10 धाराओं में 5 ज्ञात और 25-30 अज्ञात व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। लोगों ने सीएम को ज्ञापन मसे अवगत कराया है कि मामूली घटना को उपद्रवियों द्वारा जाती विशेष का रंग देकर जाती विशेष को गाली गलौज करके जातीय संघर्ष पैदा करने में कोई कमी नहीं रहने दी थी यदि दूसरा पक्ष इनके उकसाने में आ जाता तो अनेकों लोग हताहत होते और इतनी बड़ी घटना घटती कि दसकों तक इसकी भरपाई नहीं हो पाती यह घटना जनपद ही नहीं समूचे प्रदेश को अशांत कर देती। बताया कि इस घटना से गांववासी बेहद आहत हैं। अब कस्बावासियों ने मुख्यमंत्री से अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग उठाते हुये शान्ति व्यवस्था कायम रखे जाने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय हरीसिंह बुन्देला, बंदी प्रसाद तिवारी, संतोष कुमार शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद दुबे, मदन शर्मा, बद्रीप्रसाद दुबे, लीलाधर दुबे ,मुन्ना लाल तिवारी, ओमशरण दुबे, रामप्रकाश दुबे, शैलेंद्र चौबे, सुदामा प्रसाद दुबे, डा. जितेंद्र जेन, नामदेव समाज अध्यक्ष विमलेन्द्र नामदेव, सुचेंद्र गुप्ता, मौनू झां, सतीश पस्तोर, मुन्ना लाल ताम्रकार, प्रमोद नायक, संजय रावत, विकाश पटैरिया, परमाल राजा, उमेश शर्मा, संजय शर्मा, दीपू पुरोहित, आशीष गंगेले, रामलला गोस्वामी, तिलक राम कौशिक, के के गौस्वामी, गोपाल दुबे, सूर्यकांत नायक, हुकुम जैन, किशन अहिरवार, आनन्द प्रजापति, कल्यानपुरा, जयनारायण गुप्ता, रवि बबेले, शिवनारायण नायक करमई, इदेश तिवारी, राजवीर त्रिपाठी, सन्तोष शर्मा, गुडडू गोस्वामी, सतीश पुरोहित, राहुल दुबे, गौरव गंगेले, उमाशंकर पुरोहित, सुनील मिश्रा, देवेश गंगेले, नरेंद्र तिवारी, मोनू झा, प्रफुल्ल शर्मा, सोनू शर्मा, सोनू शर्मा, संजय दीक्षित, अभिषेक तिवारी अनुराग चतुर्वेदी, ओम पुरोहित, शैलेंद्र पुरोहित, अभिषेक पस्तोर, मुकेश पुरोहित, आशीष पस्तोर, आशीष उपाध्याय, राजा दुबे, सुमित चौबे, रितिक कटारे, दिव्यांश मिश्रा, अनुपम शर्मा, शरद तिवारी, राधे, दीपक गोस्वामी, वेदप्रकाश लिटौरिया के अलावा अनेकों लोग मौजूद रहे।