अवधनामा संवाददाता
संगठन के केन्द्रीय उपाध्यक्ष की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला उछला
मोर्चा ने लामबंद होकर किया प्रदर्शन, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
ललितपुर। किसानों की विभिन्न समस्याओं के जल्द निस्तारण और किसानों के किये जा रहे उत्पीडऩ को तत्काल रोके जाने की मांग को लेकर गुरूवार को प्रगतिशील किसान जन मोर्चा ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने लामबंद होकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में बताया कि किसानों की समस्यायें लम्बे समय से लंबित हैं, जिनके निस्तारण के लिए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा आवाज उठाये जाने पर जिला प्रशासन उनको न्याय न देकर उनका उत्पीडऩ व दमन कर रहे हैं। बताया कि संगठन ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है, जिसे लेकर अप्रैल के प्रथम सप्ताह में वृहद आंदोलन किया जायेगा। समस्याओं को लेकर बताया कि खरीफ 2022 में उर्द, मूंग, मक्का, मूंगफली की फसलें ओलावृष्टि से नष्ट हो गयी थी, जिसका मुआवजा दिलाया जाये। बताया कि प्रगतिशील किसान एवं संगठन के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ऊदल सिंह पटेल की मसौराखुर्द स्थित आराजी संख्या 1114 जो कि पैतृक भूमि है के अंश भाग पर माफियाओं द्वारा विधि-विरूद्ध बैनामा कराकर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप है कि इस मामले में पुलिस व प्रशासन भी दबंगों का सहयोग कर रहा है, जिससे उनका उत्पीडऩ हो रहा है। उन्होंने उक्त जमीन के सभी बैनामों को निरस्त किये जाने की मांग उठायी। साथ ही मोर्चा के केन्द्रीय कार्यालय आजादपुरा की आराजी पर अध्यक्ष बाबूलाल दुबे की स्वामित्व की भूमि में पर्यावरण संरक्षण एवं वृक्षारोपण के लिए किसानों को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराने के लिए पांच वर्ष से संचालित पौधशाला को सिंचाई विभाग के राजघाट निर्माण खण्ड के विपरीत फर्जी अभिलेखों से आख्या देकर पौधशाला के प्रतिबंधित फलदार वृक्षों व पौधशाला में रखे पौधों को नष्ट करने के मामले की जांच करायी जाकर कार्यवाही किये जाने, कृषि उपज मण्डी समिति में किसानों के साथ अनियमित तरीके से लूट खसूट की जाती है। नीलामी प्रक्रिया पारदर्शी एवं प्रतियोगिता से नहीं की जाती है, जिसके लिए बनाये गये नीलामी चबूतरों पर दबंग व्यापारियों के कब्जे को हटवाये जाने की मांग उठायी गयी। इसके अलावा अन्य समस्याओं को भी उठाया गया। ज्ञापन देते समय जिलाध्यक्ष बाबूलाल दुबे, लल्लूराम शर्मा, नवनीत शर्मा, आनंद देवलिया, विश्वनाथ यादव, हरदयाल सिंह लोधी एड., सनत कुमार, ऊदल सिंह पटेल, सतनाम सिंह, तिलकराम कौशिक, आशीष कौशिक, सुखपाल सिंह, अरविन्द पटेल, गोकुल प्रसाद नामदेव, अंशु पुरोहित, रामकुमार, जयराम पटेल के अलावा अनेकों किसान मौजूद रहे।