बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही सरकार: कुल भूषण

0
143

Government playing with children's future: Kul Bhushan

अवधनामा संवाददाता

सहारनपुर (Saharanpur)। नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल रिलायंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर कुल भूषण शर्मा ने कहा कि हाई स्कूल, इंटर मीडिएट के छात्रों को प्रमोट किए जाने पर कहा कि सरकार जब चुनाव करा सकती है, तो उन्हें परीक्षा भी करानी चाहिए थी। ऐसे में बच्चो के मूल्यांकन प्रभावित होंगे और बच्चों के मानसिक विकास पर भी प्रभाव पड़ेगा।

पेपर मिल रोड स्थित जय हिंद पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल रिलायंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर कुल भूषण शर्मा का  फूल मालाओं के लादकर  जोरदार स्वागत किया गया है। डाॅ. कुलभूषण शर्मा ने कहा कि सरकार के द्वारा प्रमोटेड किए गए छात्र छात्राओं ने सीबीएसई व आईसीएससी का बच्चा पिछड़ जाएगा और यूपी बोर्ड मदरसा बोर्ड और संस्कृत बोर्ड के बच्चे का मूल्यांकन बेहतर होगा। मेहनत करने वाला बच्चा रोयेगा और कम मेहनत करने वाले बच्चे के चेहरे पर खुशी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार को एक समान मूल्यांकन करना चाहिए। पूरे देश में जबकि विभिन्न क्षेत्र में विभिन्न परिस्थितियां है। ऐसे में सरकार जब सुरक्षा के साथ चुनाव करा सकती है, तो परीक्षा भी संपन्न करानी चाहिए थी। श्री शर्मा ने कहा कि हम ऑनलाइन क्लासिक चला रहे हैं हमें प्रॉब्लम ग्रामीण आंचल के स्कूलों में मध्यम वर्ग के व्यक्तियों के पास स्मार्ट फोन नहीं है और शिक्षकों को वेतन देने के लिए स्कूल प्रबंध समिति पर पैसा नहीं है और अभिभावकों को रोजी रोटी की किल्लत हो रही है, इसलिए सरकार को चाहिए कि सरकारी स्कूलों को राशन देने की बजाए, निजी स्कूलों में 90 परसेंट बच्चे पढ़ाए जाते हैं, उन बच्चों को मोबाइल और हमारे टीचरों को वेतन देने का काम करें, ताकि लाॅक डाउन के चलते स्कूलों बच्चों की पढ़ाई समुचित चलती रहे। बैठक को निशा संगठन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश कोऑर्डिनेटर व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अशोक मलिक ने कहा कि निजी स्कूलों में शिक्षक भूखमरी के कगार पर है और मजदूरी करने पर मजबूर हैं। सरकार को चाहिए था कि 60 वर्ष के बुजुर्ग को वैक्सीन बाद में लगनी चाहिए थी और स्कूली बच्चों को वैक्सीन देकर उन्हें सुरक्षित करके स्कूल खुलवाने चाहिए थी, जिससे स्कूली बच्चों की पढ़ाई का नुकसान भी नहीं होता और स्कूलों पर आर्थिक संकट भी नहीं आते। श्री मलिक ने कहा कि सरकार हमें आर्थिक राहत पैकेज नहीं दे सकती, तो हमारा आरटीई का पिछले 4 वर्षों का बकाया दे दिया जाए तो हमारा शिक्षकों को वेतन दिया जा सकता है। बैठक को प्रदेश सचिव अमजद अली खान, महिला शिक्षिका अध्यक्षा समरीन फातमा, महिला अध्यक्ष केपी सिंह, सरवर अली खान, पुष्पेंद्र कुमार शर्मा, नकली राम उपाध्याय, सुभाष कुमार, अनुराग शर्मा, संजय शर्मा, मुकेश सहज, अमरीश शर्मा आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता बालेश्वर त्यागी और संचालन अमजद अली खान एडवोकेट ने किया।

Also read

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here