भगवान की कथाओं से मनुष्य में सद्आचरण आते हैं-डॉ. राघवाचार्य, राज्यमंत्री, विधायक, कमिश्नर व डीएम भी पहुंचे

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एमएलसी रमा आरपी निरंजन के गृह ग्राम रवा में चल रहे श्रीराम महायज्ञ एवं श्रीराम कथा महोत्सव के नौंवे दिन की कथा में कथा व्यास जगद्गुरु रामानुजाचार्य डॉ. स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने मिथिला में भगवान राम और जनकनंदिनी सीता के विवाह का बहुत ही सुंदर वर्णन कर श्रोता समुदाय को आनंदित कर दिया। सीता की सखियों की राम से ठिठोली और विवाह के अवसर पर गाईं जाने वाली गीतों की सांस्कृतिक व्याख्या की।
कथा प्रवक्ता डॉ. राघवाचार्य ने कहा कि विवाह में भी राम ने अपनी मर्यादाएं और संस्कार नहीं छोड़े। जो भी राम को मानने वाले लोग हैं वे कभी मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं करते हैं। मानव मात्र को कथाओं का श्रवण अवश्य करना चाहिए, इससे उनमें सद्आचरणों का समावेश होता है। भगवान की कथाओं का सार भी यही है कि व्यक्ति गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक संन्यासी की भांति भगवन्नाम जप करते हुए अपना परलोक सुधार सकते हैं। कथा व्यास कहते हैं, कर्म तन से करते रहो लेकिन मन भगवान में लगाओ क्योंकि राम नाम ही साथ जाएगा, पद-प्रतिष्ठा, मान-सम्मान सब कुछ यहीं धरा रह जाएगा। बड़े बड़े साहित्यकार, विद्वान, वैज्ञानिक भी जीवन के अंत तक यही नहीं समझ पाए कि आखिर उनके जीवन का उद्देश्य क्या था। इसलिए मनुष्य को यह समझना होगा कि जीवन का उद्देश्य नर तन पाकर इस भवसागर से पार होने का उपाय करना ही है। भगवान का भजन करके आत्म कल्याण करो। गोस्वामी जी कहते हैं कि मानव जीवन पाकर अगर आत्म कल्याण का उपक्रम नहीं किया तो आत्महत्या का पाप लगेगा। समय की सार्थकता इसी में है कि अपने कल्याण का उपाय हर व्यक्ति को करना चाहिए। भगवान कृष्ण गीतोपदेश में अर्जुन से कहते हैं, जो अपना मन परमात्मा में नहीं लगाते हैं वे मूढ़ और भाग्यहीन हैं। भगवान से अलग होने वाले दुखी हैं। जीव को भगवान के चरणों में ही परम शांति मिलेगी। अंत में कथा विश्राम पर कथा परीक्षित रमा आरपी निरंजन ने पुराण की आरती उतारी, प्रसाद वितरित किया गया।
       एम एलसी रमा आरपी निरंजन के संयोजकत्व में आयोजित श्रीराम महायज्ञ एवं श्रीराम कथा के आयोजन में उत्तर प्रदेश शासन में राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ, ऊंचाहार विधायक मनोज पांडे, कमिश्नर झांसी विमल कुमार दुवे एवं जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडे  रवा पहुंचे और कथा मंच पर जगद्गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया। कमिश्नर दुवे ने कहा, भगवान की कथा एवं संतों के विचारों को यदि मनुष्य अपने आचरण में उतार ले तो उसका जीवन धन्य हो जाए। कथा व्यास ने राज्यमंत्री, विधायक, कमिश्नर एवं डीएम को स्मृति चिन्ह भेंट किए। इससे पूर्व कमिश्नर दुवे ने परिषदीय विद्यालय में आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया।
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