जीएनएम छात्राओं ने मधुमेह और डेंगू से बचाव को जागरूक किया

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गोरखपुर, 9 जून। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के अंर्तगत संचालित नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संकाय के नर्सिंग विभाग में अध्ययनरत जीएनएम तृतीय वर्ष की छात्राओं ने सिक्टौर बाजार, खत्रीपुरा, में सजन स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

छात्राओं ने रोल प्ले, चार्ट पेपर और फ्लैश कार्ड के माध्यम से मधुमेह और डेंगू बुखार के बारे में लोगों को जागरूक किया। बताया की मधुमेह या डायबिटीज़ एक पुरानी बीमारी है जिसमें शरीर में या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता या फिर उसे ठीक से उपयोग नहीं कर पाता। इससे रक्त में ग्लूकोज़ (शुगर) की मात्रा बढ़ जाती है। बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, वजन घटना, थकावट महसूस होना, घाव धीरे भरना, आंखों की रोशनी कमजोर होना आदि मधुमेह के लक्षण हैं। इस बीमारी का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन खानपान पर नियंत्रण व जीवनशैली में बदलाव कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

छात्राओं ने लोगों को डेंगू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू एक वायरल बुखार है जो संक्रमित एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है और साफ पानी में पनपता है। डेंगू मच्छर साफ़ रुके हुए पानी में अंडे देता है जैसे कूलर, टायर, फूलदान, बाल्टी, टंकी आदि,यह मच्छर सूरज निकलने और डूबने के समय अधिक सक्रिय होता है मच्छर के काटने से वायरस शरीर में प्रवेश करता है। डेंगू का इलाज लक्षणों के अनुसार इलाज होता है। स्वास्थ्य शिक्षा जागरूकता के इस कार्यक्रम में कुल 50 छात्राओं का मार्गदर्शन शिक्षिकाओं सौम्या वर्मा और नैंसी मिश्रा ने किया।

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