अवधनामा संवाददाता
पिपराइच चीन मिल के जीएम खेतों में लगे खर पतवार को स्वयं करने लगे सफाई
अहिरौली बाजार, कुशीनगर। कप्तानगंज विकास खण्ड क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम घोड़ादेउर में बीते मंगलवार को पिपराइच चीन के जीएम अरविंद कुमार चिलचिलाती धूप में गमछा लगाकर किसानों की गन्ने की फसलों का निरीक्षण करने पहुंचे।
बता दें कि पिपराइच चीन के जीएम अरविंद कुमार द्वारा लगातार किसानों के गन्ना फसलों का निरीक्षण कर उन्हें और बेहतर तरीके से बुवाई करने की विधि बता रहे हैं। मंगलवार को पिपराइच चीन मिल क्षेत्र के रिठिया, अहिरौली व घोड़ादेउर में फसलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उक्त गांव निवासी किसान गुप्तार यादव के खेत में पहुंचे जहां लगे खर पतवार को जीएम ने स्वयं सफाई करना शुरू कर दिया। जिससे किसान उनकी कार्यशैली की सराहना करने लगे। इस दौरान उन्होंने ने किसानों को बताया कि गन्ना नगदी फसल है। जिसकी बुवाई करके किसान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों की तरह अमीर और खुशहाल बन सकता है। गन्ना प्रकृति प्रकोप से कम प्रभावित होता है। इसे ओलावृष्टि से भी बचाया जा सकता है। गन्ने की उत्तम प्रजाति.0118, के.एल के.14201 आदि प्रजातियों को लगाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसान भाई वैज्ञानिक विधि से गन्ने की बुवाई कर सकते हैं। चीन मिल द्वारा किसानों को प्रेसमड खाद, किटनाशक दवा कृषि यंत्र अनुदान पर दिया जा रहा है। किसान भाईयों को मृदा परीक्षण के साथ-साथ फसल चक्र अपनाने तथा गहरी जुताई कराने तथा गन्ने की फसलों को बढ़ावा देने के सलाह दी। वहीं कुछ किसानों के प्लाट में उक्त प्रजाति के गन्ने की पौध देखकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि समुचित देखरेख के साथ फसल को गिरने से बचाया जाए तो यह गन्ना 16-17 फीट लंबा होता है। इससे प्रति एकड़ 800-900 क्विंटल पैदावार होती है।गन्ना बोते समय पंक्ति से पंक्ति की दूरी कम से कम चार फीट रखें। इस दौरान वरिष्ठ गन्ना अधिकारी सुनील यादव, केन मैनेजर मनोज तिवारी, सुपरवाइजर यशवंत सिंह, नीरज यादव, विकास तिवारी सहित दर्जनों किसान उपस्थित रहे।