अम्बेडकरनगर एनटीपीसी टांडा द्वारा अपनी सामाजिक उत्तरदायित्व योजना (CSR) के अंतर्गत ‘बालिका सशक्तीकरण कार्यशाला 2025-26’ का शुभारंभ रविवार 25 मई को भव्य रूप से किया गया। यह कार्यशाला 21 मई से 16 जून तक आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम का उद्घाटन एनटीपीसी परियोजना प्रमुख जयदेव परिदा एवं गरिमा मंडल की अध्यक्षा संघमित्रा परिदा द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके पश्चात एनटीपीसी गीत की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद विभिन्न विद्यालयों से आई बालिकाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में बालिकाओं को नृत्य, गीत, भाषण और नाटक जैसी प्रस्तुतियों के लिए मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार भी प्रदान किए गए, जिससे उनका मनोबल बढ़ा।
इस अवसर पर एनटीपीसी टांडा के परिचालन एवं अनुरक्षण प्रमुख अभय मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार ठाकुर, अपर महाप्रबंधक प्रमोद कुमार,अपर महाप्रबंधक डॉक्टर पी. कण्णन,अपर महाप्रबंधक प्रमुख रजनीश खेतान,अपर महाप्रबंधक मयंक सक्सेना, उप महाप्रबंधक अनुराग सिन्हा सहित अन्य अधिकारी, ग्राम प्रधान, अभिभावक एवं भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
कार्यशाला में आसपास के पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की 40 बालिकाएं प्रतिभाग कर रही हैं, जिन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, अंग्रेजी भाषा, कंप्यूटर शिक्षा, सामाजिक विज्ञान, पर्यावरण जागरूकता, योग, नृत्य और मार्शल आर्ट जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही उन्हें आत्मरक्षा, नेतृत्व विकास और संवाद कौशल जैसे विषयों पर भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
स्वच्छता पखवाड़ा 2025-26 के अंतर्गत एक नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया गया, जिसके माध्यम से स्वच्छता और साफ-सुथरी आदतों के महत्व को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया।
कार्यशाला को सफल बनाने में एनटीपीसी की महिला गरिमा मंडल की भूमिका विशेष रही। गरिमा मंडल की महिलाओं और शिक्षिकाओं ने छात्राओं को नेतृत्व, आत्मरक्षा, संवाद कौशल, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पोषण और खेल-कूद जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया।
एनटीपीसी टांडा का यह प्रयास न केवल सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं के लिए एक उज्ज्वल भविष्य की दिशा में सशक्त कदम है। एनटीपीसी प्रबंधन ने यह भी घोषणा की है कि भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा ताकि और अधिक बालिकाओं को विकास के अवसर प्रदान किए जा सकें।