अवधनामा जिला सवांदाता हिफजुर्रहमान
हमीरपुर :उत्तर प्रदेश शासन द्वारा अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम हेतु व अपराधिक कृत्यों से चल /अचल संपत्ति के जबतिकरण हेतु चलाए जा रहे हैं अभियान के अंतर्गत कोतवाली नगर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर के तीन अभियुक्त दीपक शिवहरे पुत्र केशव बाबू शिवहरे, विष्णु शिवहरे पुत्र सुंदरलाल शिवहरे तथा केशव बाबू शिवहरे पुत्र सुंदरलाल शिवहरे निवासी कस्बा मौदहा हमीरपुर के संबंध में पेश की गई रिपोर्ट पर जिला मजिस्ट्रेट हमीरपुर के आदेशअनुसार अंतर्गत धारा 14 (1) गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर उपरोक्त अभियुक्तों द्वारा अपराधिक कृतों से केन नदी के किनारे मोरंग से संबंधित जमीनों को दान के रूप में अपने ट्रस्ट के नाम बैनामा करा लेना भारी मात्रा में मादक पदार्थों की अवैध रूप से तस्करी करना आदि से धन अर्जित कर विभिन्न प्रकार की संपत्ति को बेनामी रूप से अपने वह अपने परिवार जनों के नाम से करना, मुख्य रूप से खनिज संपदा के रूप में क्रेशर पांच क्रेशर प्लांट का व्यवसाय करना जिसमें विभिन्न प्रकार के 42 वाहन भी हैं इसके अलावा तीन कॉलेज व विभिन्न बैंकों में जमाधान राशि विभिन्न जनपदों में आलीशान भवन में जनपद हमीरपुर महोबा में लगभग 350 बीघा व्यावसायिक कृषि भूमि आदि अनुमानित रकम एक अरब 42 करोड़ 45 लाख 64500 की अभियुक्त पर विभिन्न संगीत धाराओं पर मुकदमा दर्ज है जिनमें से गैंग लीडर दीपक शिवहरे का संगठित अवैध गिरोह है जिसके विष्णु शिवहरे वह केशव बाबू शिव हरे सक्रिय सदस्य हैं अभियुक्त गण मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की तस्करी व खनिज कारोबार हेतु नदी के किनारे मोरंगी खनन उपयोग जमीनों को दान के रूप में भय दिखाकर अपने ट्रस्ट के नाम व अपने परिवार जनों के नाम रजिस्ट्री करा लेना मुख्य अपराध है। उनके विरुद्ध प्रथम अभियोग वर्ष 1987 में पंजीकृत हुआ इसके उपरांत कई आपराधिक अभियोग पंजीकृत हुए इन अपराधियों द्वारा नशे के कारोबार व गरीब व सामान्य तबके के व्यक्ति को डरा धमकाकर बलपूर्वक काफी अधिक संख्या में संपत्ति अर्जित की गई उपरोक्त कृतों से हुई अवैध आए से अपने तथा अपने परिजनों के आर्थिक भौतिक लाभ हेतु भिन्न प्रकार के गंभीर अपराध किये इनका आम जनमानस में भय व आतंक व्याप्त है उनके विरुद्ध जनता का कोई भी व्यक्ति थाने में मुकदमा लिखवाने व न्यायालय में गवाही देने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है थाना मौदहा में पंजीकृत मुकदमा संख्या 325 /23 धारा 420 / 447/ 342 / 386 / 323/ 504 / 506 / 120 बी आईपीसी में वादी के पिता की जमीन जो नदी के तट पर मोंरग के रूप में थी उसे दबाव बनाकर ओ0पी0 मेमोरियल ट्रस्ट जिसका प्रबंधक/ स्वामी दीपक शिवहरे है। इस नें वर्ष 2019 में धोखे में रखकर छल करके बिना कोई पैसा दिए फर्जी तरीके से तहसील मौदहा में रजिस्ट्री करा ली थी तथा दिनांक 19.7.2023 को जब वादी अपने गांव गया तो वापस आते समय ग्राम पढोरी के पास इन लोगों द्वारा उसे गाड़ी में बैठकर मौदहा लाकर गाली गलौज करते हुए मारपीट की गई और सादे पन्ने पर जबरदस्ती अंगूठा का निशान लगवा लिया जिसकी सूचना दिनांक 16 8 2023 को वादी द्वारा थाना मौदहा में दी गई जिस पर उपरोक्त अभियोग पंजीकृत हुआ विवेचना के मध्य धारा 120 बी आईपीसी की वृद्धि की गई और आरोप प्रमाणित पाए जाने पर अभियुक्त का अभियुक्त का द्वारा आरोप पत्र संख्या 354 / 23 दिनांक 5 /09/2009 को चालान माननीय न्यायालय किया गया सभी अभियुक्त कुख्यात एवं शातिर अपराधी है तथा गैंग बनाकर समाज में नशे का भारी मात्रा में व्यवसाय कर लोगों का जीवन खराब करते हैं जबरन खनन संबंधित जमीनों पर भय दिखाकर रजिस्ट्री कराना एवं मारपीट गाली गुलूज व जान से मारने की धमकी हत्या हत्या का प्रयास जैसे गंभीर अपराध कार्य इन के द्वारा किये जाते हैं।
कर्क की गई कुल संपत्ति
हमीरपुर जनपद एआरटीओ कार्यालय में पंजीकृत वाहन 16, जनपद महोबा एआरटीओ कार्यालय पंजीकृत वाहन 26, आर्यावर्त बैंक मौदहा व महोबा के खातों में जमाधान, भारतीय स्टेट बैंक मौदहा हमीरपुर के खाते में जमाधान, एचडीएफसी बैंक सुभाष नगर महोबा में जमाधान, बैंक आफ बडौदा मौदहा में जमाधान, जनपद महोबा में स्थित कबरई में 5 क्रेशर प्लांट, सिसोलर मकराव मौदहा में स्थित 3 कॉलेज , मौदहा हमीरपुर में स्थित 5 भवन, बांदा शहर व अतर्रा कस्बे में 4 भवन, लखनऊ गोमती नगर में स्थित मकान, महोबा व मौदहा में स्थित व्यावसायिक कृषि जमीन की अनुमति कीमत 142,45,64,585.00 है।