गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि का क्रम फिर शुरू हो गया है। मंगलवार की सुबह आठ बजे गंगा के जलस्तर में 4.75 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि हो रही थी। इसके साथ ही जिले में गंगा का जलस्तर 71.940 मीटर पहुंच गया है।
पानी बढ़ने से गंगा किनारे के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। जिले में चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर तथा खतरे का निशान 77.724 मीटर पर है। गंगा चेतावनी बिंदु से लगभग पांच मीटर और खतरे के निशान से लगभग छह मीटर नीचे बह रही हैं। गंगा के जलस्तर में सबसे ज्यादा वृद्धि वर्ष 1978 में 80.34 मीटर दर्ज किया गया था। वहीं वर्ष 2023 में अधिकतम जलस्तर 73.66 मीटर रिकॉर्ड किया गया था।
फिलहाल जिले में अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। जिला प्रशासन की ओर से सदर व चुनार तहसील क्षेत्र में गंगा के तटवर्ती गांवों में 37 बाढ़ चौकियों के साथ ही बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित कर निगरानी बढ़ा दी गई है।
मीरजापुर नहर प्रखंड के अधिशासी अभियंता प्रमोद कुमार ने बताया कि अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। कानपुर बैराज से गंगा में पानी छोड़ा गया है।