अवधनामा संवाददाता
समूह में भोली भाली महिलाओं को जाल में फंसाकर करते थे ठगी
कुशीनगर। समूह में भोली भाली महिलाओं को लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। विशुनपुरा व साइबर थाना की संयुक्त टीम द्वारा गगलवा पुल नहर के पास से इन अभियुक्तों को पुलिस ने दबोचा।
गुरुवार को घटना का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी अभिनव त्यागी ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में अशोक मद्धेशिया अपनी पत्नी के साथ गल्ले का व्यापार भारी मात्रा में शुरु किया था जिसमें इस दम्पति को लाखो रुपए का भारी नुकसान पब्लिक हानि उठानी पड़ी जिसके कारण उक्त दम्पति द्वारा माइक्रो बैंकर्स के जरिये दुदही क्षेत्र की लगभग 32 भोली-भाली महिलाओं का समुह बनाकर विभिन्न बैंकों जैसे आरोहण बैंक, एसकेएस बैंक(भारत), एस बंदना, मिसलैण्ड, सेव बैंक, सुकन्या बैंक,आशिर्वाद बैंक, आरबीएल बैंक, उत्कर्ष बैंक, मुथुठ माइक्रोफिन, क्रेडिट एक्सीस ग्रामीण लिमिटेड, आदि फाइनेंस, सत्या, सेव माइक्रो फाइनेंस, स्कन्द्रा बैंक,इंडसइंड बैंक, स्टेन क्रेडिकेयर नेटवर्क लिमिटेड आदि से लोन दिलवाकर तथा उन्हे लोन भरने का विश्वास दिलाकर लोन का लाखों रुपया हड़प कर लिया तथा अपने साथियों आरोहण बैंक के कर्मचारी मेहताब पुत्र असलम अंसारी निवासी सरया थाना गढ़वाल जनपद बलिया, राकेश कुमार पुत्र रामेश्वर पटेल निवासी दुर्गापुर दोडीहवा थाना बृजमनगंज जिला महराजगंज जो आरोहण बैंक का वर्कर है तथा दीपक केसरी पुत्र स्व. सूरजनाथ निवासी साहबगंज उत्तरी थाना पडरौना जनपद कुशीनगर जो पडरौना में सीएचसी सेंटर चलाता है को मिलाकर अपने गैंग में शामिल कर (KYC) टेम्परिंग कर (वोटर कार्ड, आधार कार्ड आदि) कृष्णा पोर्टल ऐप द्वारा कुटरचित दस्तावेज तैयार कर लाखों रूपए हड़प कर लिए जिसमें से ज्यादातर पैसा अपने गल्ले के व्यापार में घाटे की भरपाई में दे दिया। जिसका मुख्य आरोपी अशोक मद्धेशिया के मोबाइल के फोन पे से लगभग 24 लाख रुपए का लेन-देन प्राप्त हुआ तथा आरोहड़ बैंक के कर्मचारी व सीएचसी सेंटर के मालिक के साथ मिलकर लैपटापों से बरामद डाटा के आधार पर करीब 6 लाख रूपए की जालसाजी कर पैसे की धोखा-धड़ी करने के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। तथा अन्य माइक्रो बैंकर्स की संलिप्तता के संबंध में विवेचना की जा रही है। अभियुक्त के पास से 60 हजार रुपए नकद व एक 04 पहिया वाहन सफेद स्विफ्ट डिजायर व एक दो पहिया वाहन सुपर स्प्लेंडर रंग काला आदि कूटरचित दस्तावेजों (कुल कीमत लगभग 15 लाख रुपये) के साथ पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई। इस कार्यवाई में विशुनपुरा व साइबर सेल की संयुक्त टीम शामिल रही।