अवधनामा संवाददाता
लखीमपुर खीरी- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व शास्त्री जी की जयंती पर प्रातः डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अपने कैम्प कार्यालय सहित कलेक्ट्रेट परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। फिर राष्ट्रगान हुआ और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के जय घोषों से परिसर गूंज उठा। डीएम ने राष्ट्रगान गाने वाली बलिकाओं को पुरस्कृत किया। इसके उपरान्त कलेक्ट्रेट सभागार में विचार गोष्ठी आयोजित की गयी।सर्वप्रथम डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम संजय सिंह ने गांधी व शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। डीएम ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों (मनोज श्रीवास्तव, ध्रुव पुरी, मनीष धवन, नंदकुमार मिश्रा, ब्रह्मऋषि नागर) को शाल ओढ़ाकर एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि गांधी व शास्त्री विचारधारा का अनुकरण करना चाहिए, इनके विचारों से समाज में परिवर्तन आयेगा। क्योंकि गांधी गीरी एक भावना हैं। हम सबको गांधी जी के बताये मार्ग पर चलना चाहिए। इन दो विभूतियों ने देश को गौरवान्वित किया है, गांधी जी ने सत्य, अंहिसा के बल पर भारत को स्वतंत्र कराया। जय जवान जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने देश को विश्व पटल पर पहचान दिलायी। गांधी जी ने नारी शिक्षा पर विशेष बल दिया। वे सामाजिक स्वतंत्रता के पक्षधर थे। गांधी व शास्त्री ऐसे असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे, जो सदियों तक प्रेरणा श्रोत बने रहेंगे। हमें उनके बताये मार्ग पर चलना चाहिए। एडीएम ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा एवं नई गति देने में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का अतुलनीय योगदान रहा है। सत्याग्रह एवं सविनय अवज्ञा आंदोलन के माध्यम से उन्होंने सभी वर्गों में आजादी की लौ को प्रज्वलित की। देश की राजनीतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक समरसता के माध्यम से महात्मा गांधी ने राष्ट्र को एक सूत्र में पिरो कर सशक्त राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। उन्होंने शास्त्री जी के भी व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह ने गांधी व शास्त्री के विषय में सारगर्भित विचार व्यक्त किये। इस मौके पर कलेक्ट्रेट कर्मी ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर पत्रकार एनके मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।