आज से घर घर जाएगी टीम, बच्चा छूट गया है तो अवश्य पिलाएं पोलियो की दवा

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अवधनामा संवाददाता

पूरे जिले में रविवार को मनाया गया पल्स पोलियो अभियान का बूथ दिवस

महापौर, सीडीओ और सीएमओ ने जिला महिला अस्पताल से किया मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ

गोरखपुर । पल्स पोलियो अभियान का जिले में रविवार से आगाज हो गया । पहले दिन जिले में बने 2160 बूथ पर पांच साल तक के बच्चों को दवा पिला कर बूथ दिवस मनाया गया । मुख्य कार्यक्रम का शुभारम्भ महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, सीडीओ संजय कुमार मीणा और सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने जिला महिला अस्पताल में बने बूथ से पौने दो साल के बच्चे श्रियांशु को दवा पिला कर किया । सोमवार से पांच दिनों तक लगातार पल्स पोलियो की टीम घर घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी । महापौर, सीडीओ और सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि अगर उनका बच्चा पोलियो की दवा पीने से छूट गया है तो टीम के जाने पर दवा अवश्य पिलवा दें ।

सीएमओ ने अभियान के बारे में बताया कि जिले में 1495 हाउस टू हाउस टीम बनाई गई हैं जो घर घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी । इनके अलावा 108 ट्रांजिट टीम और 54 मोबाइल टीम भी दवा पिलाएंगी । जिले के करीब 8.76 लाख घरों के 6.53 लाख बच्चों को दवा पिलाई जानी है । यह अभियान 517 सुपरवाइजर के पर्यवेक्षण में चलेगा। पांच जून को बी टीम चलेगी और छूटे हुए बच्चों को दवा पिलाई जाएगी ।

डॉ दूबे ने बताया कि पोलियो का उन्मूलन देश से हो गया है लेकिन हाल ही में मोजाम्बिक देश में पोलियो के वायरस मिले हैं। पड़ोसी देशों में पहले से इसके वायरस मौजूद हैं। वहां के लोग दवा के प्रति उदासीन भी हैं। अब हर भारतीय नागरिक की जिम्मेदारी बनती है है कि वह अपने बच्चों को दवा अवश्य पिलवाएं। सितम्बर 2022 के बाद यह अभियान गोरखपुर समेत प्रदेश के सिर्फ 50 जिलों में चल रहा है। इसके बाद अभियान अगले साल चलेगा। लोगों को इस अभियान की महत्ता समझनी चाहिए और दवा अवश्य पिलानी चाहिए।

सीएमओ ने कहा कि ईंट भट्ठों के श्रमिकों, मलिन बस्तियों और घूमंतू प्रजाति के लोगों के बच्चों को भी दवा पिलवाने में समाज के प्रबुद्ध लोग योगदान दें क्योंकि यह समूह उच्च जोखिम समूह है । इनका प्रतिरक्षण नितांत आवश्यक है ।

इस मौके पर जिला महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अजय देवकुलियार, डिप्टी सीएमओ डॉ अनिल सिंह, क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, एआरओ अजीत सिंह, मैट्रन सीके वर्मा, हेल्प डेस्क मैनेजर अमरनाथ जायसवाल, स्वास्थ्यकर्मी आदिल फखर, लालमन, नेहा गुप्ता, जसवंत सिंह, पुष्पा, असगरी, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ मुनेंद्र शर्मा, यूनिसेफ के प्रतिनिधि संदीप श्रीवास्तव व डॉ हसन फहीम, यूएनडीपी संस्था के प्रतिनिधि पवन सिंह और सीफार के प्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद रहे।

नियमित टीकाकरण में भी है शामिल

सीएमओ ने बताया कि पांच साल तक के बच्चों का सात बार नियमित टीकाकरण आवश्यक है । नियमित टीके के साथ भी पोलियो की खुराक दी जाती है । जिन बच्चों को नियमित टीके के साथ इसकी खुराक मिली है उन्हें भी अभियान के दौरान दवा का सेवन करना है।

शहर के एमपी इंटर कॉलेज के निकट टीचर्स कॉलोनी के रहने वाले 62 वर्षीय मानिक चंद्र पांडेय अपने छोटे बेटे को दो बच्चों प्रियांशु (3.5) और श्रियांशु (1.4) को लेकर जिला महिला अस्पताल बूथ पर सबसे पहले पहुंच गये । उन्होंने बताया कि अपने दोनों बेटों को भी पोलियो की हर एक खुराक पिलवाई है और अब परिवार के भविष्य को भी प्रतिरक्षित करवा रहे हैं । उन्हें अखबारों के जरिये यह सूचना मिली थी जिला महिला अस्पताल में बूथ लगेगा, इसलिए वह समय से बूथ पर पहुंच सके । पोलियो का टीका पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है । मानिक चंद्र पांडेय की सजगता और सतर्कता की सीएमओ ने भी प्रशंसा की और अभियान की शुरूआत उनके पोते से ही की गयी ।

स्वयंसेवी संस्था रोटरी क्लब गोरखपुर मिडटाउन ने भीषण गर्मी को देखते हुए पल्स पोलियो की टीम और टीकाकरण करवाने आए हुए बच्चों व उनके अभिभावकों को टोपी वितरित किया । टीम के अध्यक्ष बाल कृष्ण अग्रवाल और सचिव गौरव अग्रवाल की अगुवाई में टीम के नौ सदस्यगण ने मुख्य कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई ।

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