पश्चिम बंगाल में भीड़ की हिंसा नहीं थम रही है। मालदा में एक सुलह बैठक के दौरान चार भाइयों की बेरहमी से पिटाई की गई। आरोप है कि पंचायत प्रमुख के घर के सामने ही यह घटना घटी। हमलावरों ने छुरी, लोहे की रॉड और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना हरिश्चंद्रपुर 2 ब्लॉक के मालिओर -1 ग्राम पंचायत के हर्काबथान इलाके की है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, प्रवासी मजदूर अकबर अली ने कुछ महीने पहले ठेकेदार मनिरुल इस्लाम से पैसे उधार लेकर मुंबई में काम करने के लिए गए थे, लेकिन काम पूरा किए बिना वापस आ गए। इस उधारी के पैसे को लेकर मनिरुल और अकबर के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत प्रमुख के पति ने सुलह बैठक बुलाई थी।
गुरुवार को हुई इस बैठक में अकबर अपने तीन भाइयों के साथ शामिल हुए थे। अकबर ने आरोप लगाया कि बैठक के दौरान मनिरुल और उसके साथियों ने अचानक उन पर हमला कर दिया। उनके ऊपर धारदार हथियार से हमला किया गया और लाठी से भी पीटा गया। चारों भाइयों को खून से लथपथ हालत में अस्पताल ले जाया गया।
अकबर ने कहा, “मेरे पास कुछ पैसे बकाया थे। मैं आठ महीने पहले मुंबई काम करने गया था, लेकिन काम पूरा नहीं कर पाया। कुछ दिन पहले मनिरुल मेरे पास आया और पैसे मांगने लगा। पैसे नहीं देने पर उसने मेरा मोबाइल छीन लिया और मुझे पीटा। इसी विवाद को सुलझाने के लिए हम सुलह बैठक में गए थे। बैठक के दौरान अचानक हम पर हमला किया गया। हमारे सिर पर चाकू और बंदूक की बट से वार किया गया।”
घटना के बाद पुलिस में 12 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। मामले की जांच शुरू हो गई है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। पंचायत प्रमुख के पति अब्दुल रहमान ने शुक्रवार को कहा, “गांव में पैसों को लेकर विवाद था। इसे सुलझाने के लिए मैंने अपने घर पर बैठक बुलाई थी। उसके बाद क्या हुआ, मुझे नहीं पता। सुना है कि मारपीट हुई है और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है।”
चांचल के एसडीपीओ सोमनाथ साहा ने बताया कि घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपितों की तलाश जारी है।