सैफई,इटावा। गुरुवार सुबह समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई राजपाल सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वे 73 वर्ष के थे और पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे थे। तड़के करीब 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।उनके निधन से यादव परिवार और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में गहरा शोक व्याप्त हो गया।
राजपाल यादव,जो समाजवादी पार्टी और यादव परिवार के लिए एक मजबूत स्तंभ माने जाते थे,इटावा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव उर्फ अंशुल यादव के पिता थे।उनकी पत्नी प्रेमलता यादव भी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं।राजपाल यादव ने अपने जीवन में समाजवादी विचारधारा को न केवल आत्मसात किया बल्कि पार्टी को हर कठिन समय में मजबूती प्रदान की।
उनके निधन के बाद गुरुग्राम से उनके पार्थिव शरीर को सैफई लाया गया। परिवार के सदस्यों और समर्थकों ने सुबह से ही सैफई स्थित आवास पर जुटना शुरू कर दिया।पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके भतीजे अखिलेश यादव के आवास के पास बने गेस्ट हाउस में रखा गया।राजपाल यादव का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के नए आवासीय परिसर गेट के सामने पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान यादव परिवार और समाजवादी पार्टी के कई दिग्गज नेता, कार्यकर्ता और शुभचिंतक मौजूद रहे।
मुखाग्नि उनके बड़े बेटे अभिषेक यादव उर्फ अंशुल यादव ने दी।इस दौरान परिवार के सदस्य भावुक नजर आए। सैफई के आस-पास के गांवों और जिलों से हजारों की संख्या में लोग अंतिम विदाई देने पहुंचे।
राजपाल यादव लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे।उन्हें कई बार सैफई मेडिकल कॉलेज और अन्य बड़े अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।उनकी स्थिति में सुधार न होने के कारण उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां उनका इलाज चल रहा था।लेकिन गुरुवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।
राजपाल यादव ने न केवल यादव परिवार बल्कि समाजवादी पार्टी के लिए भी अपना जीवन समर्पित किया।वे पार्टी के प्रति निष्ठावान रहे और हमेशा समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए काम किया।उनके संघर्षशील व्यक्तित्व और सामाजिक सेवा के प्रति समर्पण को पार्टी और उनके समर्थक हमेशा याद करेंगे।
अंतिम संस्कार में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव,सांसद डिंपल यादव,शिवपाल सिंह यादव,प्रो. रामगोपाल यादव,धर्मेंद्र यादव,अक्षय यादव,आदित्य यादव,तेज प्रताप यादव समेत परिवार के सभी सदस्य शामिल हुए।इसके अलावा समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद नरेश उत्तम पटेल,पूर्व सांसद राजा रामपाल,जितेंद्र दोहरी सहित कई विधायक,पूर्व मंत्री और हजारों कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
राजपाल यादव का निधन न केवल यादव परिवार बल्कि समाजवादी पार्टी के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।उनके निधन ने समाजवादी विचारधारा के एक मजबूत स्तंभ को खो दिया है।उनका जीवन संघर्ष और सामाजिक सेवा का प्रतीक था,जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।सैफई में हर किसी की आंखें नम थीं।समर्थकों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि राजपाल यादव का योगदान समाजवादी आंदोलन और पार्टी के इतिहास में हमेशा अमिट रहेगा।यादव परिवार और पार्टी के लिए यह कठिन समय है,लेकिन राजपाल यादव की स्मृतियां और उनके विचार हमेशा उनके समर्थकों को प्रेरित करेंगे।उनकी अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब इस बात का प्रमाण था कि उन्होंने अपने जीवन में किस प्रकार समाज और पार्टी के लिए अपना योगदान दिया।उनकी कमी हमेशा खलेगी,लेकिन उनकी विरासत और आदर्श हमेशा समाजवादी पार्टी और यादव परिवार को मार्गदर्शन देते रहेंगे।
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