नई दिल्ली। पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद विरमानी को नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य नियुक्त किया गया है। बता दें कि अरविंद विरमानी ने वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में 2007 से 2009 तक काम किया है।
कैबिनेट सचिवालय की अधिसूचना के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरविंद विरमानी को नीति आयोग का पूर्णकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया है। उन्होंने फरवरी 2013 से अगस्त 2016 तक मौद्रिक नीति पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी काम किया।
नीति आयोग का गठन वर्ष 2015 में किया गया था। नीति आयोग को मुख्य रूप से देश में सहकारी संघवाद के ढांचे को और अधिक मजबूत करने का कार्य सौंपा गया था। देश में न्यूनतम सरकार के माध्यम से अधिकतम शासन को सुनिश्चित करने के लिए देश में नीति आयोग का गठन किया गया। बता दें कि नीति आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री मोदी है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर दे चुके हैं सलाह
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद विरमानी ने इसी साल 3 सितंबर को भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर दावा किया था कि कोरोना महामारी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था ने तेज गति से अपना विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और पूर्वानुमान के अनुसार हम 2028-30 तक तीसरे स्थान पर आ जाएंगे। इससे पहले उन्होंने इसी साल जनवरी में बताया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत की दर से बढऩे की संभावना है। विरमानी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने आर्थिक सुधार को प्रभावित किया और कर सुधारों को आगे बढ़ाया है।
दवा बनाने वाली फैक्ट्री में जोरदार विस्फोट, शरीर में कांच के टुकड़े घुसने से 3 लोगों की मौत
अमरावती। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के गौरीपट्टनम में एक दवा बनाने वाली फैक्ट्री में विस्फोट हो गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है। जिला कलेक्टर माधवी लता ने मृतक के परिजनों को 20-20 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
प्रबंधन की चूक के कारण हुआ विस्फोट
विस्फोट का कारण प्रबंधन की चूक को बताया जा रहा है। मामले की आगे की जांच जारी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हादसा 16 नवंबर को गौरीपट्टनम स्थित विजन ड्रग्स प्राइवेट लिमिटेड में तब हुआ जब कर्मचारी तकनीकी समस्या का समाधान कर रहे थे। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पाइपलाइन में एक तकनीकी समस्या थी जहां पानी और रसायनों का पुनर्नवीनीकरण किया जाता है। डिप्टी मैनेजर, शिफ्ट इंचार्ज और केमिस्ट काम पर थे, जब उच्च तापमान के कारण दबाव की वजह से पाइपलाइन में विस्फोट हो गया।
शरीर के अंदर घुसे कांच के टुकड़े
पुलिस ने बताया कि विस्फोट इतना तेज था कि कांच के टुकड़े और टीन की चादरें तीनों के शरीर के अंदर जा घुसी। तीनों को कोवुरु के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। इस बीच गृह मंत्री टी वनिता ने अस्पताल का दौरा कर अधिकारियों से हादसे के बारे में जानकारी ली है।
मिजोरम का खदान ढहने से 11 मजदूरों की मौत
14 नवंबर को मिजोरम के हनथियाल जिले में पत्थर का खदान ढहने से 12 मजदूर दब गए थे। असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) स्थानीय पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने रेस्कयू ऑपरेशन शुरू किया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान 11 मजदूरों के शव बरामद किए गए थे। बता दें कि बचाव अभियान अभी भी जारी है। एनआईए के मुताबिक हनथियाल के अतिरिक्त उपायुक्त सैजिकपुई ने मंगलवार रात को जानकारी दी की सर्च ऑपरेशन के बाद मलबे से तीन और शव बरामद किए गए हैं।