नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अमेरिकी यहूदी समिति और भारतीय प्रवासियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में अमेरिका और इजराइल के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की । जयशंकर ने ट्वीट किया, आज सुबह साउथ ब्लॉक में अमेरिकी यहूदी समिति और भारतीय डायस्पोरा के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलकर खुशी हुई। अमेरिका और इजरायल के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। समुदाय आधारित गतिविधियों को बढ़ावा देने के उनके सुझावों की सराहना की।
अमेरिकी यहूदी समिति प्रमुख वैश्विक यहूदी वकालत संगठन है। सिटी हॉल से कैपिटल हिल तक संयुक्त राष्ट्र में और विश्व की राजधानियों में एजेसी यहूदी लोगों के सामने आने वाले कुछ सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर नीति और राय को प्रभावित करने के लिए काम करता है।
आज भारतीय प्रवासी भारत की सॉफ्ट पावर का एजेंट और साधन दोनों है और विकसित देशों में यह इन देशों की गतिशीलता को प्रभावित करने में एक प्रभावी खिलाड़ी के रूप में कार्य करता है। भारतीय सॉफ्ट पावर का प्रसार करने, भारत के राष्ट्रीय हितों की पैरवी करने और भारत के उत्थान में आर्थिक रूप से योगदान करने की डायस्पोरा की क्षमता अब अच्छी तरह से मान्यता प्राप्त है।
30 साल पहले भारत और इस्राइल के बीच पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। तब से भारत और इजराइल ने संबंधों को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तहत भारत ने इजरायल के साथ संबंधों का पूर्ण स्वामित्व लेने का फैसला किया। फरवरी 2018 में मोदी इजरायल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने थे। उनके यात्रा कार्यक्रम में रामल्लाह (फिलिस्तीन) शामिल नहीं था। संकेत यह था कि भारत ने इजरायल-फिलिस्तीन संबंधों को डी-हाइफन किया था।
भारत और इजराइल के पास आतंकवाद से निपटने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह है और दोनों देश इस खतरे से निपटने के लिए वास्तविक समय की खुफिया जानकारी भी साझा करते हैं। भारत में यहूदी डायस्पोरा अद्वितीय है क्योंकि अन्य समुदायों की तरह यह भारत में सैकड़ों वर्षों तक शांति से सह-अस्तित्व में रहा लेकिन अन्य यहूदी समुदायों से लंबे समय तक अलगाव के बावजूद अपनी यहूदी पहचान बनाए रखी।
कंबोडिया के स्वतंत्रता दिवस पर बधाई
इस बीच जयशंकर ने कंबोडिया के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री प्राक सोखों को इसके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बधाई दी। जयशंकर ने ट्वीट किया, मेरे सहयोगी डीपीएम और एफएम प्राक सोखोन और कंबोडिया की सरकार और लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं। हमारी साझा सभ्यतागत विरासत हमारी आधुनिक साझेदारी का मार्गदर्शन करती है।
विशेष रूप से उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 11-13 नवंबर तक कंबोडिया की यात्रा में आसियान-भारत स्मारक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। वह 12 नवंबर, 2022 को नोम पेन्ह में आसियान-भारत स्मारक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे । इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्री वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
अमेरिकी यहूदी समिति के प्रतिनिधिनमंडल के साथ विदेश मंत्री जयशंकर ने की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा
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