अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे मरीजों को भी मिलेगी राहत
गाजा पट्टी। हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल युद्ध लड़ रहा है। पिछले 13 दिनों से गाजा पट्टी युद्ध भूमि में तब्दील हो चुकी है। इजरायल ने गाजा में नाकेबंदी कर रखी है, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में बिजली, ईंधन, भोजन, सामान और पानी की आपूर्ति बिल्कुल ठप हो चुकी है।
वहीं गाजा में इजरायली सैनिकों द्वारा किए जा रहे लगातार बमबारी की वजह से मानवीय संकट पैदा हो चुका है। गाजा में लगे नाकेबंदी पर अमेरिका सहित कई देशों ने चिंता जताई है।
गाजा में नाकेबंदी में ढील देने पर अब इजरायल ने सहमति जताई है। इजरायल ने बुधवार को कहा कि वो मिस्र को गाजा पट्टी में मौजूद नागरिकों को जीवन रक्षक मानवीय सहायता प्रदान करने की इजाजत देगा।
गाजा में हालत इतनी भयावह हो चुकी है कि यहां कई परिवारों ने दिन में एक बार भोजन करना बंद कर दिया है और वो अशुद्ध पानी पीने पर मजबूर हैं। अमेरिका की कोशिश है कि मिस्र के रास्ते मानवीय सहायता सामग्री गाजा में मौजूद लोगों तक पहुंचाए जाएं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा कि उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से बात की और वो गाजा में मानवीय सहायता से जुड़े जरूर सामानों को लेकर 20 ट्रकों के एक खेप को गाजा में दाखिल होने की अनुमति देने वाले हैं।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर हमास के आतंकियों ने इन ट्रकों पर कब्जा करने की कोशिश की तो अमेरिका सहायता प्रदान करना बंद कर देगा। मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी ने अल-अरबिया टीवी को बताया कि आपूर्ति संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में की जाएगी।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बिडेन के अनुरोध के बाद निर्णय को मंजूरी दी गई। इजरायल ने कहा कि अगर ये सामग्री हमास आतंकियों तक नहीं पहुंचता है तो वो मानव सहायता सामग्री को गाजा तक पहुंचने की अनुमति देता है।
‘घायलों के इलाज के लिए जल्द प्रदान की जाए चिकित्सा सामग्री’
मंगलवार देर रात गाजा सिटी के अहली अरब सिटी हॉस्पिटल पर हुए रॉकेट हमले में 500 लोगों की मौत हो गई। हमास ने दावा किया कि हमला इजराइल ने किया। वहीं, इजराइल ने सबूत के साथ बताए कि इस हमले के पीछे फलस्तीनी आतंकी संगठन का हाथ है।
हालांकि,इस हमले में घायल लोगों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। गाजा में स्वास्थ्य चिकित्सा संबंधी सामग्रियों की बेहद कमी है। वहीं, ईंधन की वजह से अस्पतालों में बिजली तक नहीं है।
गााजा में मौजूद डॉक्टरों का कहना है कि अगर घायलों की जान बचानी है तो हमें स्वाथ्य चिकित्सा सामग्री की जरूरत है। उम्मीद जताई जा रही है कि अमेरिका द्वारा गाजा के नागरिकों को मिलने वाली मानवीय रक्षक साहयता से घायलों की इलाज में मदद मिलेगी।