कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से सप्ताह में छः दिन हो रही उड़ान

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अवधनामा संवाददाता

हवाई सेवा में सुधार होने से बढ़ा यात्रियों का रुझान

26 मार्च से 28 अक्तूबर तक लागू किया गया है नया शेड्यूल

कुशीनगर। लोकार्पण और हवाई सेवा शुरू होने के करीब डेढ़ साल बाद कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से यात्रियों की सुविधा को लेकर अच्छे संकेत नजर आने लगे हैं। मार्च के शुरुआत हफ्ते में दिल्ली से कुशीनगर के लिए यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई तो अखिरी हफ्तों में यहां से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है। वरना, पहले तो यात्री इस बात को लेकर सशंकित रहते थे कि टिकट लेने के बावजूद कब फ्लाइट रद्द हो जाए, कोई ठिकाना नहीं था। इस महीने कोई तकनीकी गड़बड़ी या अन्य कोई बड़ा कारण न रहा हो तो फ्लाइट रद्द नहीं हुई। यात्री भी इस सुधार से उत्साहित हैं।

कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्तूबर 2021 को किया था। तब दिल्ली के लिए स्पाइसजेट की विमान सेवा शुरू हुई थी। कोलकाता और मुंबई के लिए भी विमान सेवा शुरू कराने की बात कही गई थी, लेकिन पर्याप्त संख्या में यात्री न मिलने के कारण चल नहीं सकी। अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर तो कोरोना संकटकाल के चलते ग्रहण लगा हुआ है। एकमात्र दिल्ली से कुशीनगर के लिए चल रही विमान सेवा भी कब रद्द हो जाए, कोई ठिकाना नहीं रहता था। नतीजा यह हो रहा था कि यात्री गोरखपुर या लखनऊ से फ्लाइट पकड़ते थे, लेकिन मार्च में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है। 78 सीट वाले इस विमान से कुशीनगर आने वालों से अधिक दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या रह रही है। इसे देखते हुए हवाई सेवा 26 मार्च से 28 अक्तूबर तक अब शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह के सभी छह दिन जारी रखने का नया शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इसके आने का समय शाम 4:45 बजे और प्रस्थान का 05:05 बजे है।

 

मार्च में माह में यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या

11 मार्च को कुल 145 यात्रियों में से 49 आए और 96 प्रस्थान किए।
12 मार्च को 152 यात्रियों में से 61 आए और 91 प्रस्थान किए।
16 मार्च को 135 यात्रियों में से 49 आए और 86 प्रस्थान किए।
19 मार्च को 104 यात्रियों में से 30 आए और 74 प्रस्थान किए।
21 मार्च को 93 यात्रियों में से 26 आए और 67 प्रस्थान किए।
22 मार्च को 98 यात्रियों में 34 आए और 64 प्रस्थान किए।
26 मार्च को 95 यात्रियों में से 43 आए और 52 प्रस्थान किए।
17 से 29 मार्च तक ऑपरेशनल कारणों से फ्लाइट कैंसिल रही। पुन: 30 तारीख को फ्लाइट आई।

विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस है हवाई अड्डा

इस हवाईअड्डे में विश्वस्तरीय सुविधाएं हैं। 17.5 करोड़ रुपये की लागत से बना आठ मंजिला एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर है। सुरक्षित लैंडिंग और उड़ानों के टेक-ऑफ के लिए नेविगेशन सिस्टम लगा है। इसका यात्री पैसेंजर टर्मिनल 3,600 वर्गमीटर में बना है और इसकी पीक ऑवर यात्री क्षमता 300 यात्री प्रति घंटे है। अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा शुरू हो तो दक्षिण एशियाई देशों से सीधे तौर पर जुड़ेगा। श्रीलंका, जापान, चीन, थाईलैंड, ताइवान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के यात्रियों का आना सुगम होगा।

कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या मार्च में बढ़ी है। यहां से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रही। इस वजह से समय सारणी में बदलाव हुआ है। अब 26 मार्च से 28 अक्तूबर तक के लिए नई सारणी जारी हुई है, जिसमें शुक्रवार को छोड़कर प्रत्येक दिन फ्लाइट होनी है।
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नरेंद्र रे, निदेशक, कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा

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