गाजीपुर। पुलिस ने मुठभेड़ में लूट व चोरी की विभिन्न घटनाओं में शामिल 25000 के इनामिया वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि थाना नगसर पुलिस नगसर रेलवे क्रॉसिंग के पास बैरिकेटिंग लगाकर चेकिंग कर रही थी। तभी एक अज्ञात बाइक सवार बदमाश तेज गति से आते हुए दिखा, जिसे चेकिंग हेतु रोकने का प्रयास किया गया तो बदमाश रफ्तार बढ़ाकर पुलिस को गाली देते हुए जान से मारने की नियत से पुलिस टीम पर फायर कर दिलदारनगर की तरफ भागने लगा। थानाध्यक्ष नगसर द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना देते हुए बदमाश का पीछा किया गया। कन्ट्रोल रूम की सूचना पर दिलदारनगर थाना क्षेत्र में भ्रमणशील स्वाट टीम व थाना दिलदारनगर पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से रकसहा मोड़ पर बदमाश की घेराबंदी की गयी। अपने को घिरा हुआ देखकर बदमाश के द्वारा पुलिस टीम पर पुनः फायर कर दिया गया। बदमाश की फायरिंग के जवाब में पुलिस टीम द्वारा की गई फायरिंग से बदमाश को पैर में गोली लगी और वह घायल होकर गिर गया। घायल बदमाश को सदर अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है। प्राथमिक पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम जितेंद्र कुमार निवासी जनपद वाराणसी बताया गया।
अपमानित कर थानाध्यक्ष ने पीटा
गाजीपुर। खानपुर थाना क्षेत्र के तेतारपुर गांव के रहने वाले पूर्व सैनिक बृजेश सिंह ने थानाध्यक्ष संजय मिश्र पर यह आरोप लगाया कि भूमि विवाद को निपटाने की जगह थाने बुलाकर अपमानित करने के साथ पिटाई भी की। बृजेश सिंह ने एसपी को लिखित शिकायत देकर इस मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग किया है। इसको लेकर इलाके में पूर्व सैनिकों में थानाध्यक्ष के प्रति गुस्सा है। पूर्व सैनिक बृजेश सिंह ने कहां की उनका पड़ोसियों से वर्षों पुराना जमीन विवाद चला रहा था। घटना की जानकारी के लिए थाने बुलाकर काफी देर तक बैठाया रखा । इसके बाद एसओ संजय मिश्र गालियां देते हुए सिपाहियों को मारने का आदेश दे दिया। 3-4 की संख्या में सिपाहियों ने मारपीट कर हवालात में डाल दिया। थानाध्यक्ष ने मारपीट करने के बाद चालान भी कर दिया । थानाध्यक्ष संजय मिश्र पर इससे पहले भी कई आरोप लग चुके हैं पूर्व सैनिकों का कहना है कि अपने घर परिवार को छोड़कर अपनी जान हथेली पर रख वर्षों देश की सुरक्षा करने के बाद रिटायर होने पर पूर्व सैनिकों को अपमानित कर इस तरह मारपीट करना दु:खद है। पूर्व सैनिक ने एसपी से कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में थानाध्यक्ष का कहना है कि मारपीट का आरोप बेबुनियाद है। इसी विवाद को लेकर यह पिछले वर्ष गोली भी चलाए थे इसमें इनका लाइसेंस भी निरस्त किया जा चुका है कानून व्यवस्था को देखते हुए इनके खिलाफ 151 में चालान की कार्रवाई की गई है।