फोम फैक्ट्री में आग, 4 की जिंदा जलकर मौत

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बरेली में 25-30 फीट ऊंची लपटें उठीं, घटना के वक्त 250 कर्मचारी थे…भगदड़ में कई घायल

फरीदपुर। बरेली में एक फोम फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। हादसे में 4 कर्मचारियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। जबकि आग की चपेट में आकर 4 कर्मचारी बुरी तरह से झुलस गए। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कुछ मजदूरों के लापता होने की भी सूचना है। घटना के बाद से लापता मजदूरों के परिजन हंगामा कर रहे हैं। घटना दिल्ली-सीतापुर हाइवे पर फरीदपुर से पहले जेड गांव में अशोका फोम की है।
जब आग लगी तब फैक्ट्री में थे 250 मजदूर
अशोका फोम फैक्ट्री में आग तब लगी, जब मजदूर काम खत्म करने की तैयारी कर रहे थे। कुछ ही देर में आग पूरी फैक्ट्री में फैल गई। 25-30 फीट ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। इस दौरान फैक्ट्री में मौजूद करीब 250 मजदूरों में भगदड़ मच गई। कर्मचारियों के शवों को निकालने के लिए देर रात 2 जेसीबी और एक क्रेन मौके पर बुलाई गई। वहीं, हंसराज, बबलू और जितेंद्र समेत झुलसे चार कर्मचारियों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। रात करीब 9 बजे आग बुझने के बाद लापता मजदूरों की तलाश शुरू की गई।
फायर ब्रिगेड की 5 गाडिय़ां पहुंची
आग इतनी भीषण थी कि मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने आसपास के इलाके को भी पूरी तरह से खाली करा दिया था। फरीदपुर की एक, बरेली की तीन और परसाखेड़ा की एक दमकल गाड़ी करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा सकी। रामपुर बाग निवासी अशोका फोम के मालिक अशोक अग्रवाल का सिविल लाइंस में शोरूम और फरीदपुर के जेड गांव में फैक्ट्री है। यहां फोम के गद्दों समेत कई उत्पाद बनाए जाते हैं।
अशोका फोम के मालिक समेत 9 पर मुकदमा
मामले में फरीदपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर किया है। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक नीरज गोयल, अशोक गोयल, मैनेजर अजय सक्सेना को नामजद करते हुए पांच अज्ञात समेत 9 लोगों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
2 भागों में बंटी है फैक्ट्री
फैक्ट्री मुख्य गेट से दो भागों में बटी हुई है। हादसे के समय 70 से 80 कर्मचारी थे। फैक्ट्री के मेन एरिया में तेज ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। जिसके बाद पूरी फैक्ट्री में आग लग गई। लोहे के 30 फुट ऊंचे गार्डर पर बड़े आकार में टीनशेड बनाई गई थी। जिस तरफ आग लगी, वहां से बचाव का रास्ता नहीं था। फोम के अलग-अलग स्टॉक किए गए थे। कर्मचारी बाहर भागने लगे तो वह चपेट में आ गए। रात में जब कर्मचारियों के लापता होने का पता चला तो कर्मचारियों के शव मिले। जिसमें पुलिस ने गैस कटर से टीन शेड और लोहे के गार्डर काटकर शवों को बाहर निकाला। आज सुबह तक पूरी तरीके से आग पर काबू पाया गया।
भीषण आग से मलबे में तब्दील हुई पूरी फैक्ट्री
फायर और पुलिस का कहना है कि आग बुझाने के लिए बरेली पुलिस लाइन, फरीदपुर और दूसरे सेंटरों से फायर ब्रिगेड की 10 से ज्यादा गाड़ी लगाई गई। आग लगने के बाद तापमान 80 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है। ऐसे में फैक्ट्री के अंदर फोम का स्टॉक अधिक था। करीब 30 फुट ऊंचाई पर फैक्ट्री की छत और अन्य एंगल गरम होकर पिघल गई। जिसके चलते फैक्ट्री का करीब दो तिहाई हिस्सा पूरी तरीके से मलबे में तब्दील हो गया। जो लोग वहां फंसे हुए थे उनकी मौत हो गई। फैक्ट्री के मालिक अशोक गोयल कॉल रिसीव नहीं कर सके।
सीएफओ चंद्र मोहन और सीओ फरीदपुर गौरव कुमार के साथ पुलिस-प्रशासन के कई अधिकारी देर रात तक मौके पर डटे रहे। आग तो रात 9 बजे तक बुझ गई थी, लेकिन बचाव कार्य देर रात तक चलला रहा। कई उद्यमी और विधायक संजीव अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों को घटना की सूचना दी है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है।

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